विष मुक्त प्राकृतिक खेती को अपनायें जिले के किसान: जिलाधिकारी

विष मुक्त प्राकृतिक खेती को अपनायें जिले के किसान: जिलाधिकारी
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 18 जून। कृषकों की समस्याओं के निराकरण हेतु विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आकांक्षी जनपद के किसानों का आहवान किया कि विषमुक्त प्राकृतिक खेती समय की ज़रूरत है। डीएम ने कहा कि अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से जहां धरा की उर्वरा शक्ति कम हो रही है वहीं पैदा होने वाली फसलें भी विषाक्त होने के कारण मानवजाति के स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। डीएम ने कहा कि हमें गौवंश आधारित प्राकृतिक खेती को अपना होगा ताकि हमारे खेत की मृदा स्वस्थ होाकर हमें अच्छी व स्वस्थ उपज दे सकें।
जिलाधिकारी ने कहा कि कृषकों को अपनी सोंच में बदलाव लाना होगा। श्री अन्न तथा जैविक उत्पादों के प्रति आमजन में जागरूकता का संचार होने से विषमुक्त जैविक उत्पादों की मांग बढ़ ही नहीं रही है बल्कि रासायनिक उर्वरक के सहारे पैदा की गई उपज से अधिक मूल्य पर बिक भी रहे हैं। डीएम ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों द्वारा पैदा किये जा रहे जैविक उत्पादों के विपणन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। कृषक उत्पादक संगठन के टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के प्रभारी अरविन्द मिश्रा को निर्देश दिया कि जिले यूपी एफपीओ शक्ति पोर्टल पर एफपीओ से जुड़े किसानों का डाटा अद्यतन करना सुनिश्चित करें जिससे बड़ी कम्पनियां कृषकों के उत्पादन को क्रय कर सकें। डीएम ने किसानों का आहवान किया फसलों की सुरक्षा हेतु कीट नाशकों के स्थान पर लाईट ट्रैप का अधिक से अधिक उपयोग करें। डीएम ने मौजूद प्रगतिशील कृषकों से लाईट ट्रैप की उपयोगिता के बारे में जानकारी भी प्राप्त की।
जिला गन्ना अधिकारी ने डीएम को बताया कि जिले की 03 चीनी मिलों का निरीक्षण कर उन्हें स्थानीय कृषकों से मक्का खरीद के लिए प्रोत्साहित किया गया है जिससे जिले के किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो। डीएम ने बताया कि औषधीय गुणों के कारण टाटा कैंसर इन्सटीट्यूट द्वारा प्रत्येक वर्ष 1000 कुण्टल काली हल्दी क्रय की जाती है। उन्होंने जिले के कृषकों को सुझाव दिया कि काली हल्दी की खेती करें जिसके विपणन की व्यवस्था हेतु उचित प्रबन्ध किये जायेंगे। डीएम ने विगत किसान दिवस में प्राप्त हुई शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि समयबद्धता के साथ गुणवत्तापरक ढंग से समाधान किया जाय।
किसान दिवस के दौरान टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के प्रभारी अरविन्द मिश्रा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कृषि विभाग एवं टेक्निकल सपोर्ट यूनिट बीएमजीएफ के द्वारा जिले के 04 एफपीओ का मक्का बिक्री के लिए निजी संस्था पारले-जी और रेडिको खेतान के साथ करार कराया गया है। डीएम ने सीरियल ग्राम एफपीओ चितौरा व वीरांगना लक्ष्मी बाई एफपीओ मिहींपुरवा को परचेज़ आर्डर भी हैण्डओवर किया तथा मेसर्स विपुल इन्डस्ट्री के राम रतन अग्रवाल को उत्तर प्रदेश राज्य औद्यानिकी निर्यात प्रोत्साहन बोर्ड द्वारा के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा प्रगतिशील कृषक के रूप में नामित किये जाने सम्बन्धी प्रमाण-पत्र प्रदान किया।
उप निदेशक कृषि विनय कुमार वर्मा ने उपस्थित कृषकों को कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं विशेषकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इच्छुक कृषक 01 से 31 जुलाई के मध्यम धान, मक्का व अरहर का बीमा करा सकते हैं। उन्होंने मृदा परीक्षण के आधार पर संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करने तथा फसल सुरक्षा अपनाने का सुझाव भी दिया। जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूबेदार यादव ने बीज, खाद एवं उर्वरक की उपलब्धता की जानकारी दी। प्रगतिशील कृषक शशांक सिंह, लालता प्रसाद गुप्ता सहित अन्य किसानों ने मक्का की उत्पादकता के आंकड़ों को दुरूस्त कराये जाने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी राज कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. सौरभ वर्मा, उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी सुधीर कुमार मिश्रा, जिला गन्ना अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, सहायक निदेशक मत्स्य जितेन्द्र कुमार शुक्ला, लीड बैंक प्रबन्धक जितेन्द्र कुमार मसंद, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश चौधरी, ए.आर. को-आपरेटिव संजीव कुमार तिवारी, को-आपरेटिव बैंक के महाप्रबन्धक शैलेन्द्र कुमार मिश्रा, के.वी.के बहराइच के डॉ. अरूण कुमार राजभर व नानपारा के कृष वैज्ञानिक डॉ. शशीकान्त दास, मण्डी सचिव धनंजय सिंह, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी रूपेश कुमार सिंह, अधि.अभि. विद्युत जेपी वर्मा, एसटीए एग्रीकल्चर डॉ. प्रिया सिंह सहित कृषक उत्पादक संगठनों के निदेशक एवं सदस्य तथा प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।