*जिला कृषि अधिकारी नें आम जनता से कहा कि कृषि के लिए सरकारी समितियो पर पर्याप्त मात्रा मे खाद उपलब्ध कराया जाएगा*

*जिला कृषि अधिकारी नें आम जनता से कहा कि कृषि के लिए सरकारी समितियो पर पर्याप्त मात्रा मे खाद उपलब्ध कराया जाएगा*
जिला कृषि अधिकारी डॉ0 सर्वेश कुमार यादव ने जनपद के किसान भाइयों को सूचनार्थ अवगत कराया है कि जनपद में सहकारी समितियों में डी0ए0पी0 नहीं होने से किसानों को परेशान होने की खबरे प्राप्त हो रही है, जबकि वर्तमान में साधन सहकारी समितियो पर अब तक रबी 2024 सीजन में 1220 एम0टी0 डी0ए0पी0 उर्वरक का वितरण जनपद की क्रियाशील समिति के माध्यम से वितरण किया जा चुका है, जिसमें प्रत्येक समिति को लगभग 18-18 एम0टी0 डी0ए0पी0 का वितरण किया जा चुका है, इसी प्रकार निजी क्षेत्र में 2207 एम0टी0 डी0ए0पी0 एवं एन0पी0के0एस0 1224 एम0टी0 उपलब्धता हुयी है जिसमें से डी0ए0पी0 1350 एवं एन0पी0के0एस 559 एम0टी0 वितरण किया जा चुका है।
इस प्रकार जनपद में अभी भी कुल डी0ए0पी0 867 एम0टी0 एवं एन0पी0के0एस0 666 एम0टी0 अवशेष है। इसी प्रकार एस0एस0पी0 उर्वरक की जनपद में उपलब्धता 6147 एम0टी0 है जिसमें से 970 एम0टी0 का वितरण किया जा चुका है। तथा 5177 एम0टी0 एस0एस0पी0 अवशेष है।
उन्होंने बताया कि आज बस्ती जनपद के रैक बिन्दु पर इफको की रैक लग गयी है, जिसमे से डी0ए0पी0 600 एम0टी0 एंव एन0पी0के0एस0 300 एम0टी0 प्राप्त हो रही है, इसी प्रकार खलीलाबाद रैक बिन्दु पर आज एन0एफ0एल0 की रैक लगी है, जिसमें से जनपद संत कबीर नगर को लगभग 300 एम0टी0 डी0ए0पी0 प्राप्त हो रही है। आगामी 15 नवम्बर 2024 से 20 नवम्बर के मध्य खलीलाबाद रैक बिन्दु पर इफको की रैक से लगभग 1100 एम0टी0 डी0ए0पी0 प्राप्त होने की सम्भावना है। जनपद में फास्फेटिक उर्वरकों में डी0ए0पी0 एन0पी0के0, एस0एस0पी0 सहित कुल 6710 एम0टी0 फास्फेटिक उर्वरक उपलब्ध है। जिसे किसान सुगमता से रबी फसलों में प्रयोग कर सकते है।
उन्होंने बताया कि सभी निजी एवं सहकारी उर्वरक बिक्रेताओं को भी निर्देशित किया गया है कि कृषकों को पी0ओ0एस0 मशीन के माध्यम से ही उर्वरकों का वितरण करने के साथ-साथ रसीद भी उपलब्ध कराएं। यदि कही निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बिक्री की शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बंधित के विरूद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश-1985 के अन्तर्गत कार्यवाही कर दी जाएगी।
जिला कृषि अधिकारी ने किसान भाईयों सेे अपील किया है कि अपनी आवश्यकता अनुसार ही उर्वरकों का क्रय करें, जनपद में फास्फेटिक उर्वरकों की कमी नहीं होने पायेगी अग्रिम उर्वरकों का भण्डारण न करें, जिससे समान रूप से आवश्यकता के अनुरूप जनपद के सभी कृषक बन्धुओं को उनकी तत्कालिक आवश्यकता के अनुरूप सुगमता से ससमय उर्वरक प्राप्त हो सके।