अब्दुल कलाम सभागार में “अंतरिक्ष मंथन करियर इन स्पेस” विषय पर एक विशेष संगोष्ठी का किया गया आयोजन ।

अब्दुल कलाम सभागार में “अंतरिक्ष मंथन करियर इन स्पेस” विषय पर एक विशेष संगोष्ठी का किया गया आयोजन ।
गोरखपुर – इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीडा, गोरखपुर के अब्दुल कलाम सभागार में “अंतरिक्ष मंथन 2025 – करियर इन स्पेस” विषय पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। नमस्कार फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने भाग लिया और छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान में करियर की संभावनाओं पर मार्गदर्शन दिया।
मुख्य अतिथि इसरो के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. विनोद कुमार ने कहा कि भारत अंतरिक्ष अनुसंधान में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। चंद्रयान, मंगलयान और गगनयान जैसी परियोजनाओं ने देश को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि वे विज्ञान और टेक्नोलॉजी में रुचि रखते हैं, तो इसरो जैसे संस्थानों में उनके लिए अपार अवसर उपलब्ध हैं, बस जरूरत है समर्पण और दृढ़ संकल्प की। इसरो के वैज्ञानिक श्री अमित कुमार सिंह (वैज्ञानिक, इसरो) ने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कहा कि देश में अंतरिक्ष विज्ञान का भविष्य उज्ज्वल है और यदि छात्र गणित व विज्ञान में रुचि रखते हैं और तार्किक सोच विकसित करते हैं, तो वे इसरो और अन्य अनुसंधान संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वहीं, इसरो के वैज्ञानिक श्री अभिषेक सिंह (वैज्ञानिक, इसरो) ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज भारत के युवा वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष अनुसंधान में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने छात्रों को रोबोटिक्स और नई तकनीकों में रुचि बढ़ाने का सुझाव दिया।
आईटीएम गोरखपुर के निदेशक डॉ. एन. के. सिंह ने इसरो के वैज्ञानिकों का स्वागत करते हुए कहा कि संस्थान का उद्देश्य हमेशा से छात्रों को विज्ञान और तकनीक की ओर प्रेरित करना रहा है। उन्होंने बताया कि इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे छात्र अंतरिक्ष अनुसंधान और विज्ञान में करियर बनाने के लिए प्रेरित हो सकें। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया और इसरो के वैज्ञानिकों से सीधे संवाद कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। इस अवसर पर फार्मेसी के निदेशक डॉ पी डी पांडा, डीन एकेडेमिक डॉ आर पी सिंह, डॉ वीरेंद्र श्रीवास्तव सहित संस्थान के सभी शिक्षकगण मौजूद रहे |