सिसवारी, जमदाशाही, मझौंआमीर के साथ ही अन्य मस्जिदों में पढ़ी गई अलविदा की नमाज

सिसवारी, जमदाशाही, मझौंआमीर के साथ ही अन्य मस्जिदों में पढ़ी गई अलविदा की नमाज !
जुमा के दौरान पुलिस बल मय फोर्स रहीं मुश्तैद!
इमामों ने देश की तरक्की व अम्न-वो-शान्ति के लिए मॉगी दुआं !
बस्ती-
वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिसवारी, जमदाशाही, मझौंआमीर के जामा मस्जिदों के साथ ही क्षेत्र के अन्य मस्जिदों में अलविदा की नमाज़ पढ़ी गई। इस दौरान थानाध्यक्ष उमाशंकर त्रिपाठी, चौकी प्रभारी हड़िया आशुतोष शुक्ला तथा चौकी प्रभारी खझौला अजय कुमार पाण्डेय मय फोर्स मस्जिदों के पास मुश्तैद रहें। क्षेत्र के इस्लाहुल मुस्लिमीन जमदाशाही, जामा मस्जिद मझौंआमीर, गंधरिया फैज, खम्हरिया, पकरी चौबे, बसडिलिया, पुरैना, अमौली, सोनहटी बुजुर्ग, रसूलपुर, रानीपुर, रसनी, सिहारी पुरैना, पैंड़ा खरहरा, परसालालशाही, तकियवां, परसा जाफर, नरियॉव, परसा हज्जाम सहित मस्जिदों में पाक ए रमजान माह के अलविदा की नमाज पढ़ी गई। नम़ाज के दौरान लोगों ने चिलचिलाती धूप व गर्मी के बीच मस्जिदों में पहुँचकर नमाज पढ़ा गया। जमदाशाही के मौलाना मोहम्मद अयूब खान, सिसवारी के शाहिद रजा फैजी, मझौआमीर के मौलाना वसीउल्लाह के द्वारा अलविदा की नम़ाज पढ़ाई गई। नम़ाज के दौरान गरीबों व बुढे वाल्देन की सेवा के साथ ही समाज व देश, प्रदेश के अम्नों शान्ति की दुआंएं मॉगी गई। सिसवारी के पूर्व ग्राम प्रधान मोहम्मद सफात खान व गंधरिया फैज के अमजद अली द्वारा गरीबों में जकात व दान किया गया। कहा कि रमजान माह में भुखे, प्यासे अल्लाह के नुमाइन्दों पर अल्लाहताला सब्र वरसाएं। सफात मोहम्मद खान ने कहा कि रोजा रखने के ढेर सारे फायदे है। मस्जिद के बाहर बैंठे गरीब, बेबश, फकीर व वेसहारा लोगों को रूपये, कपड़े आदि सामान देकर मदद किया गया। अमजद अली खान ने कहा कि माता पिता की सेवा तथा गरीबों की मदद करना दुनिया का सबसे बड़ा शबॉब हैं।
थानाध्यक्ष उमाशंकर त्रिपाठी, चौकी प्रभारी हड़िया आशुतोष शुक्ला, चौकी प्रभारी खझौंला अजय पाण्डेय ने बताया कि शान्ति पूर्ण तरीके से अलविदा की नम़ाज संपन्न हुई हैं।