अंधेरा छा रहा हो जीवन में,मां मैं जो भी गुनगुनाऊं वो तुम्हारी वन्दना हो।

*_अंधेरा छा रहा हो जीवन में,मां मैं जो भी गुनगुनाऊं वो तुम्हारी वन्दना हो।_*
*_रिपोर्ट दिलशाद अहमद बहराइच_*
*_आज का भारत लाइव न्यूज_*
अंधेरा छा रहा हो जीवन में,बहुत भटकन भरी जिंदगी हों, मन घबरा रहा हो, फिरभी मां मैं जो भी गुनगुनाऊं वो तुम्हारी वन्दना हो, प्रियांशु गजेंद्र की मां गायत्री के प्रति चरण वंदना से कवि सम्मेलन की शुरुआत हुई।
रिसिया के गायत्री स्न्तकोत्तर महा विद्यालय की स्वर्ण जयंती और कन्हैया लाल जीकी 19वी पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित विराट कवि सम्मेलन की मुख्य अतिथि डा प्रज्ञा त्रिपाठी रही,और मंचका संचालन संतोष सिंह कवि ने किया,कवि सम्मेलन में कार्यक्रम की शुरुआत मां गायत्री की वन्दना से की गई, रवि रुद्रांश वीर रस के कवि ने कहा किमैं लिखता हूं गौरव अपना,इतिहास नही लिखा करता, तारिक इबारती ने कहा कि अपने घर में बगावत अच्छी नहीं लगती,दोस्ती में नफरत अच्छी नहीं लगती।तोअजय प्रधान बाराबंकी ने कहा कि जब भी घर से निकलो , छूना मां के पांव जरूरी है।प्रमोद साधक बहराईची की ठेठ अवधी शिक्षा इन्हिक बढ़ावा आय , ई डिग्री कालेज जब्दहवा आए,तो अंकिता शुक्ल कानपुर की बिन तुम्हारे कही अब लगता नही मन,तो एकता उपाध्याय की कविता,आइना उनको दिखाया जाय,धर्म के नाम पर नफरत फैलाते है जो यहां।इसके बाद संचालक संतोष सिंह वातावरण को खुशनुमा बनाते हुए सुनाया कि आओ मिलकर के झाड़ू लगाए पिया,तो प्रख्यात मिश्रलखनऊ की जनतंत्री स्तंभों का आधार बनाने वाले है।लोक तंत्र के सपनो को साकार बनाने वाले है। जिनको सुनकर श्रोता मंत्र मुग्ध हुए,आयोजन दिव्य दर्शन तिवारी प्राचार्य ने किया था।ओर अध्यक्षता डा जेपी तिवारी पूर्व विभागाध्यक्ष एम एल के कालेज बलराम पुर रहे।
इस अवसर पर प्रबंधक डा विश्वनाथ श्रीवास्तव, चेयर मैन प्रतिनिधि रामू लाल,डा मुरारी लाल,रीति मुरारी,डा सोहन लाल,डा। मुकेश चंद्र,प्रो सुभाष, आशुतोष त्रिपाठी, प्रो0 सुबी खान, धर्मेंद्र श्रीवास्तव , नन्दन श्रीवास्तव, रिखेश्वर प्रसाद,सहित मौजूद रहे।