बहराइच 6 जून , गंगा दशहरा के पावन पर्व पर आज रामायणकालीन सरयू नदी के तट पर सनातन समाज एवं पर्यावरण विदों की ओर से “सरयू महोत्सव” कार्यक्रम वैदिक विधि विधान द्वारा सामूहिक रूप से सम्पन्न कराया गया।

बहराइच 6 जून , गंगा दशहरा के पावन पर्व पर आज रामायणकालीन सरयू नदी के तट पर सनातन समाज एवं पर्यावरण विदों की ओर से “सरयू महोत्सव” कार्यक्रम वैदिक विधि विधान द्वारा सामूहिक रूप से सम्पन्न कराया गया।
समापन अवसर पर पंचवटी प्रजाति के वृक्ष रोपण कर पर्यावरण संरक्षण वा जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प भी लिया गया।
महामना मालवीय मिशन के तत्वावधान में आयोजित सरयू महोत्सव अवसर पर उपस्थित गायत्री परिजन , सनातन समाज प्रतिनिधि , समाजसेवी व पर्यावरण विदों को संबोधित करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत सिंह ने कहा कि , नदियां सनातन समाज की संवाहक है बिना जल के मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
उपस्थित लोगों का आवाहन करते हुए डी०एफ०ओ ने कहा कि सभी लोग अपने जीवनकाल पांच पेड़ अवश्य लगाएं तभी पर्यावरण व जल मानव अनुकूल बना रह सकेगा।
आयोजक महामना मालवीय मिशन अध्यक्ष (अवध) संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि , सरयू नदी रामायण कालीन है। हिमालई क्षेत्र से निकली पांच जल धाराएं नेपाल से मिहींपुरवा तहसील के गोपिया व गायघाट नामक स्थान पर मिलते हैं तब भारतीय क्षेत्र में सरयू नदी का नामकरण होता है।
संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न सामाजिक वा धार्मिक संगठनों से समन्वय कर सरयू नदी के तटीय इलाकों में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण व उनका संरक्षण स्थानीय जन सहयोग से किया जा रहा है जिसमें सनातन समाज की सहभागिता आवश्यक है।
रेंजर नानपारा ने बताया कि , सरयू नदी के तट पर सघन वृक्षारोपण की कार्य योजना बनाई जा रही है। वर्षाकाल में समूचे क्षेत्र में जन सहयोग से हजारों वृक्ष रोपित किए जाएंगे।
आयोजित महोत्सव का संचालन समाजसेवी नीतीश श्रीवास्तव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन पर्यावरण विद मिथिलेश जायसवाल ने किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी पर्यावरण विद श्रवण मद्धेशिया ने किया।
आयोजित महोत्सव का शुभारंभ संघ विचारक अशोक तिवारी वा एकल प्रकल्प के प्रशिक्षित वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा गायत्री आ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ।
सरयू नदी तट पर संगीतमय सरयू नदी आरती सामूहिक पर्यावरण विदों के द्वारा संपर्क कराया गया।
समापन अवसर पर उपस्थित लोगों ने पर्यावरण जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प भी लिया तथा सरयू तट पर 100 की संख्या में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण भी किया।
आयोजित महोत्सव सरयू महोत्सव में प्रमुख रूप से संविधान विशेषज्ञ अनिल त्रिपाठी , संजीव चौधरी एडवोकेट , राम गोपाल तिवारी , नमामि गंगे संयोजक चंद्र प्रकाश मिश्र , समाजसेवी पंकज गिरि , संघ विचारक अशोक तिवारी , शिव कुमार शुक्ल , जीत बहादुर थारू प्रवक्ता पंकज श्रीवास्तव , धीरेन्द्र शर्मा , संदीप सिंह , फॉरेस्टर राम किशन यादव , राजेन्द्र वर्मा , हंसराम , रुचि बाजपेई, पर्यावरण विद राणा विजय भार शिव , समाजसेवी राकेश चंद्र श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।