प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने हेतु करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने हेतु करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री।
दिनाँक 18.11.2024 से 31.12.2024 तक चलाया जाएगा फार्मर रजिस्ट्री अभियान।
संत कबीर नगर । उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार सिंह ने जनपद के समस्त किसान भाइयों को सूचनार्थ अवगत कराया है कि शासनादेश के अनुसार किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिये किसानों को अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री में कृषक व उसके पिता का नाम, उसके स्वामित्व वाले सभी गाटा सं0, सहखातेदार होने की स्थिति में गांटा में किसान का अंश, मोबाइल नम्बर, आधार कार्ड संख्या एवं ई0के0वाई0सी0 का विवरण दर्ज किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि किसानों का फार्मर रजिस्ट्री तैयार होने के बाद उन्हें सिर्फ पी0एम0 किसान सम्मान निधि ही नहीं बल्कि के0सी0सी0, फसल बीमा, एम0एस0पी0 कृषि इन्फास्ट्रक्चर फंड जैसी योजनाओं का भी लाभ प्राप्त होगा। डिजिटल डाटा समय-समय पर अपडेट किया जायेगा। डिजिटल डाटा तैयार होने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को सीधे मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का क्रियान्व्यन दो चरणों में किया जायेगा। कार्यक्रम के प्रथम चरण में 18 नवम्बर, 2024 से 25 नवम्बर 2025 तक किसानों को स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन करते हुये फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जानी है।
उप कृषि निदेशक ने बताया कि उक्त कार्य वेव पोर्टल https://upfr.agristack.gov.in या मोबाइल एप Farmer Registry UP के माध्यम से किसान स्वयं या जनपद में संचालित जनसुविधा केन्द्रों (CSC) से अपनी फार्मर रजिस्ट्री कर सकेंगें। दूसरे चरण में कैम्प मोड में अभियान 25 नवम्बर, 2024 से 31 दिसम्बर 2024 तक स्थानीय कार्मिक (लेखपाल, कृषि व अन्य विभाग के कार्मिक) के माध्यम से चलाया जायेगा। सभी राजस्व ग्रामों में शिविर लगाकर लेखपाल, कृषि व अन्य विभाग के कर्मचारी एप के माध्यम से किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करेंगें। पी0एम0 किसान सम्मान निधि की आगामी किस्तों का लाभ लेने के लिये किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का तैयार होना अनिवार्य है।
उन्होंने कृषक भाईयों से अनुरोध किया है कि दिनाँक 18 नवम्बर 2024 से दिनोंक 31 दिसम्बर 2024 तक अपने-अपने तहसीलों में संचालित शिविर/कैम्प में जाकर या स्वयं फार्मर रजिस्ट्री करा लें, जिससे आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आगामी किश्तों से लाभान्वित हो सकें।