सुबह से लेकर दोपहर बाद तक डीएपी खाद के लिए लगी रही किसानों की भीड़ !

सुबह से लेकर दोपहर बाद तक डीएपी खाद के लिए लगी रही किसानों की भीड़ !
खाद सचिव व किसानों के तूं-तूं , मैं मैं से सचिव के छुटे रहे थे पसीने !
बस्ती- विकास क्षेत्र साऊंघाट के बहु-उददेश्य प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी-पैक्स) मझौंआमीर सरैया तथा बी-पैक्स बसडीला में वृहस्पतिवार को डीएपी खाद पाने के लिए सुबह से लेकर दोपहर बाद तक किसानों की काफी भीड़ लगी रहीं हैं। जिन किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रहीं थी उनसे सचिव से तूंतूं-मैं मैं जैसी स्थित उत्पन्न हो जा रहीं थी। बी-पैक्स केन्द्र मझौंआमीर के सचिव कुलदीप शुक्ला व बसडीला के सचिव दिनेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि साढ़े चार-चार सौ बोरी डीएपी खाद मिली थी। जिसको पाने के लिए पाँच-पॉच, छः-छः सौ किसानों की भीड़ जुट गई। कहा कि क्षेत्रीय किसानो के साथ ही दूर दूर तक के किसान खाद लेने पहुँच गये। जिस कारण से जब किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रहीं थी तो वे झगड़ जाते थे। जिससे वितरण भी ठीक से नहीं हो पा रहा था। के, वावजूद भी दोपहर वाद के दो बजे तक पुरी खाद गोदाम से खाली हो गई। यहां तक की फटा बोरा भी किसान खरीद उठा ले गये। सचिव कुलदीप शुक्ला व दिनेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि एक आधार कार्ड पर तीन बोरा खाद ही दिया जा सकता हैं। जबकि किसान 5-5 व 6-6 बोरा खाद लेने की जिद कर रहें थे।
इन दोनों समितियों पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता आशिष कुमार श्रीवास्तव पहुँचे। जहॉ पर लगी किसानों की भीड़ को देंखकर किसानों का हालचाल लिया। इन्होंने नैनो यूरिया खाद के प्रयोग के प्रति किसानो को जागरूक किया हैं। किसान जितेन्द्र चौधरी, परशुराम, अमित, गरीबुल्लाह, अब्दुल वासिद, निसार अली, गोपाल पाण्डेय, अब्दुल नईम, अशोक पाण्डेय, सुरेन्द्र चन्द्र, उदयराज, उमेश यादव एवं जगप्रसाद यादव ने श्री श्रीवास्तव से कहा कि साहब हम किसानों के लिए ये पीक मौसम है। हम किसानों को भरपूर खाद उपलब्ध कराया जाय। जिस पर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि समितियों पर आज या कल में पुनः खाद पहुँच जाएगी। खाद की किल्लत नहीं होने पाएगी।