आमी नदी बढ़ी, मछली लगी, मछुआरों की रोजी बढ़ी

आमी नदी बढ़ी, मछली लगी, मछुआरों की रोजी बढ़ी !!
आमी नदी मछुआरो के लिए बनी जीवनदायिनी!!
संतकबीरनगर- मगहर मी नदी का जल बढ़ते ही मछलियां तेजी से लगने लगी है। मछली मारने वालो की रोजी तो खरीदारो को ताजी मछली मिल रही है। यही कारण है कि यहां भीड़ जुट रही है। हालत यह है कि आमी नदी के दिन बहुरने व मछुआरों के दिन लौटते दिख दे रहे है। आमी नदी एक बार फिर लोगो के लिए जीवनदायिनी बन गई है।
महान सूफी संत कबीर की निर्वाण स्थली से होकर गुजरने वाली कबीर की अमिया प्रदूषण से कराह रही थी। इसके लिए हुए संघर्षो के कारण इसकी स्थिति काफी हद तक सुधर गई है और इसकी रौनक लौटती दिख रही है। इन दिनों पानी का जल स्तर बढ़ने से आमी नदी का पानी शुद्ध होने से इसमें बेशुमार मछलियां लग रही है। जिसमें मछुआरे मछली मारते दिख रहे है। इसके लिए जाल फेकने के लिए लम्बी कतार लग रही है। इससे मछुआरा समाज की रोजी रोटी लौटती दिख रही है। ताजी और सस्ती मछली मिलने के कारण खरीदारो की भीड़ जुट रही है। आमी नदी का पानी शुद्ध होने से मछुआरों के चेहरे पर मुस्कान लौटती दिख रही है।