विधायक के नाम पर कार्यवाही से बचा रहे फर्जी अस्पताल के संचालकों को अधीक्षक सहजनवा

विधायक के नाम पर कार्यवाही से बचा रहे फर्जी अस्पताल के संचालकों को अधीक्षक सहजनवा
दबंग डाक्टर पर कार्यवाही करने से कतराते दिखाई दे रहे सहजनवा अधीक्षक
अस्पताल संचालक समझौते की फर्जी नोटरी बना कर जिम्मेदारों को कर रहा गुमराह
गोरखपुर- नगर पंचायत सहजनवां में स्थित आदित्य नर्सिंग होम के दबंग डॉक्टर पर मरीज के पिता ने मारने पीटने और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का केस दर्ज कराया था वही पत्रकार ने भी डाक्टर पर दर्ज कराया था मुकदमा मिली जानकारी से सहजनवा के एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार को वृहस्पतिवार को दबंग डॉक्टर द्वारा फोन पर जातिसूचक गाली और मारने पीटने के धमकी दिया था। जिसमें पत्रकार के तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया था। वहीं एक दूसरे दलित समाज के मरीज को मारने पीटने और जातिसूचक गालिया देने पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जैसे ही मरीज को मारने का सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था,वही पीड़ित पत्रकार को दबंग डॉक्टर द्वारा घटित घटना के संबंध में वर्जन लेने के दौरान, जातिसूचक व भद्दी भद्दी गालियां देने के भी ऑडियो वायरल हुआ था जिसको संज्ञान में लेते हुए गोरखपुर के डिप्टी सीएमओ अनिल सिंह के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक ब्यास कुशवाहा को निर्देशित किया गया था की प्राइवेट अस्पताल व डॉक्टर की डिग्री का जांच कर अनियमिता मिलने पर कार्रवाई करें और जांचकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें लेकिन जब वही कार्रवाई के संबंध में सहजनवा के अधीक्षक डॉक्टर ब्यास कुशवाहा से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो डॉक्टर साहब का कहना है कि हम विधायक के दबाव में कार्यवाही नहीं कर पा रहे है। वही डॉक्टर साहब ने यह भी कहा की पत्रकार के मामले के समझौते का नोटरी प्राइवेट अस्पताल संचालक के द्वारा दिखाया गया और यह जानकारी दी गई कि हमारा आपस में सुलह समझौता हो गया हमें कोई कार्यवाही नहीं चाहिए, लेकिन जब वही इस संदर्भ में पीड़ित पत्रकार का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो पत्रकार ने बताया कि हमने कोई भी सुलह समझौता नहीं किया है। और अगर अस्पताल संचालक के द्वारा इस तरह का कोई नोटरी या कोई भी कागज दिखाया जा रहा है समझौते का तो यह बिल्कुल झूठा है। वही जब इस संदर्भ में सहजनवा के वर्तमान विधायक प्रदीप शुक्ला से बातचीत कर जानकारी ली गई तो उन्होंने साफ़ साफ़ शब्दों में कहा कार्रवाई को लेकर मेरे द्वारा कोई हस्ताक्षेप नहीं है मैं सीएमओ से बात कर कार्रवाई के बारे में जानकारी लूंगा और अगर मेरे नाम पर कार्रवाई रोकने की बात कही जा रही है तो पूरी तरह से गलत है।