बिन मौसम आंधी-पानी ने तोड़ी किसानों की कमर

बिन मौसम आंधी-पानी ने तोड़ी किसानों की कमर !
अचानक आई बरसात से बर्बाद हुई गेहूं की कांट कर रखी गई फसले !
बस्ती-
बीते बुद्धवार की देर रात्रि अचानक प्रकृति ने अपना करवट बदला तो किसानों के ऊपर आफत बन बरस गई। यहीं हाल वृहस्पतिवार में भी रहा जहाँ तेज चमक, गरज व आंधी के साथ दो बजे तक वरसात होती रहीं। इन दो दिनों की वरसात ने उन किसानों के उम्मीदों पर पानी फेर दिया जो अपनी खड़ी फसल को कांट कर दवाने के लिए थ्रेसर का इंतजार कर रहें थे। शुक्रवार को जब धूप निकला तो किसान खेत में पड़े बोझ को खोलकर सुखाने का प्रयास किया जाने लगा। धमौरा के किसान राजनरायन शर्मा, रामकरन चौधरी, रमेश चौधरी, रामवरन, बाबूराम, रामफल व दिनेश ने कहा कि बुद्घवार को गेहूँ कांट कर सुबह दाने के लिए छोड़ दिया गया। कि इसी मनहूस रात्रि में अचानक बादलों की गड़गड़ाहट व विजली की चमक ने नींद चैन गायब कर दिया। और, रात्रि के पौने दो बजे से तेज मुसलाधार वारिष होने लगी। जो वृहस्पतिवार के दोपहर बाद तक वारिष होती रहीं। रामनरायन शर्मा ने कहा कि तीन पशु हैं। इनके चारे की व्यवस्था के लिए गेहूँ कांटकर भूसा बनाने के लिए रखा गया था। जो वरसात में भीग गया हैं। कहा कि अब डबल तिबल मेहनत करनी पड़ रही हैं।