बरसात से बढ़ी ठंड व गलन, बाहर निकलना हुआ दुश्वार!

बरसात से बढ़ी ठंड व गलन, बाहर निकलना हुआ दुश्वार!
तेज हुई बरसात तो बर्बाद हो जाएंगी किसानों की फसलें!
बस्ती-
कड़ाके की ठंड के मौसम में हो रहीं वरसात से लोगों का घर से वाहर न निकलना दुश्वार हो गया। पचदेउरी के किसान छोटेलाल ने कहा कि ये उन किसानों के लिए वरदान है जिन किसानों ने अपने गेहूँ की सिचाई नहीं किया था। पर, उन किसानों की फसलो के लिए नुकसान दायक हैं, जिन्होंने कल परसो में अपने खेत की सिचाई किया था। कहा कि गेहूँ के खेत में ज्यादा पानी लग जाने से गेहूँ की पत्तिया पीली हो जाएगी। भादी खुर्द के किसान जयंत शुक्ला, शिवनरायन, जमदाशाही के मरगूब अहमद खान, पडिया के सुरेन्द्र कुमार गौतम ने कहा कि ये वरसात 70 प्रतिशत किसानों की फसलों के लिए अमृत हैं। कहा कि वरसात व पछुआ हवा से ठंड काफी बढ़ गई हैं। जिससे लोग अपने घरों में दुबके व अलांव सेंकते नजर आ रहें हैं। जयंन्त शुक्ला ने कहा कि गन्ना छिलाई का कार्य भी प्रभावित हो गया हैं। इतना ही नहीं जल जीवन मिशन के तहत गॉव, गली की सड़कों को जो खोदकर व गढढा वनाकर छोड़ दिया गया हैं। जिससे लोग स्लीप कर व गिरकर घायल भी हो जायेगें। कहा कि हम किसानों की खेती ही एक मात्र आधार हैं। यही हमारा पैन कार्ड व एटीएम कार्ड हैं। इसी खेती के बल पर हम किसान अपनी बेटी, बेटा की शादी, खेतीवारी, रर्र-रिश्तेदारी, पढ़ाई, लिखाई, दवाई सब कुछ करते हैं। हम किसानों की खेती दैवीय आपदा व जंगली जानवरों से अगर सुरक्षित है तो हमारा परिवार सुखी हैं।