50 बेड की आयुष चिकित्सालय साबित हुआ हाथी का दांत ।

50 बेड की आयुष चिकित्सालय साबित हुआ हाथी का दांत ।
आयुष चिकित्सालय पर दवा ना होने से मरीज दर दर भटकने को है मजबूर।
ब्यूरो रिपोर्ट- के0पी0 मौर्य
संत कबीर नगर- आज दिनांक 09 अक्टूबर 2025 जनपद के 50 बेड की एकीकृत आयुष चिकित्सालय पर दवा के अभाव में जनपद के मरीजों को अन्य चिकित्सालयों का सहारा लेने को है मजबूर।
आपको बताते चले कि जनपद संत कबीर नगर के जिला पंचायत क्षेत्र विकासखंड खलीलाबाद न्याय पंचायत देवरिया गंगा के ग्राम पंचायत मंझरिया में स्थित आयुष चिकित्सालय में विगत 06 माह बीत जाने के बाद भी दवा नहीं हो पाई, जिसकी शिकायत पर जिला पंचायत वार्ड नंबर 18 के सदस्य मास्टर राम सुरेश चौरसिया द्वारा मौके पर पहुंच कर पाया कि ग्रामीणों का कथन सत्य पाया गया, आयुष चिकित्सालय पर दवा का आभाव है।
यह चिकित्सालय अपने जनपद सहित अगल बगल के जनपदों में कठिन हो वह असाध्य रोगों के उपचार के लिए प्रसिद्ध था।
उस चिकित्सालय में आज इस पूरे क्षेत्र के गरीब, पिछड़े ,दलित मजदूर रोगियों को सस्ती व सुलभ दवा के अभाव में विशेष परेशानी उठाना पड़ रहा है।
जहां यह सरकार आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध महारत हासिल की है वहीं पर जनपद संत कबीर नगर की आयुष चिकित्सालय पर दवा न होने से उपेक्षा का शिकार है।
जिसको लेकर वार्ड नंबर 18 के जिला पंचायत सदस्य मास्टर राम सुरेश चौरसिया द्वारा आयुष चिकित्सालय पर विगत 6 माह से दवा ना होने,तथा मंत्रालय के कर्मचारियों के उदासीनता के कारण दवा उपलब्ध नहीं है अतः जनहित में दवा उपलब्ध करने के को लेकर प्रमुख सचिव आयुष खाद्य एवं औषधि विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के सापेक्ष जिला अधिकारी को लिखित ज्ञापन देकर आयुष चिकित्सालय पर दवा उपलब्ध कराने की मांग किया।