विद्यालय के बच्चों द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती

विद्यालय के बच्चों द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती !!
छोटे छोटे बच्चों का रहा विशेष योगदान !!
संत कबीर नगर– महर्षि वाल्मीकि को मुख्य रूप से हिंदू धर्म के सबसे अहम महाकाव्यों में से एक रामायण महाकाव्य के रचयिता के रूप में जाना जाता जाना जाता है! वाल्मीकि जी के चरित्र को लेकर अनेकों कथाएं सुनने को मिलते हैं ! वाल्मीकि का नाम रत्नाकर हुआ करता था ,वह एक डाकू थे वन में आए लोगों को लूटकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे ,एक बार वन में आए नारद मुनि को लूटने का प्रयास किया, लेकिन नारद मुनि द्वारा दी गई शिक्षा से उनका हृदय परिवर्तित हो गया और उन्होंने कठोर तपस्या किया ! वही एक कथा के अनुसार ब्रह्मा जी के कहने पर महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना की है !
17 अक्टूबर को पूरे देश में महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है , वही आज विद्यालय बन्द रहने के कारण 17 अक्टूबर की पूर्व संध्या पर हीरालाल राम निवास सरस्वती शिशु मंदिर के प्राङ्गण में महर्षि बाल्मीकि जी की जयंती बड़े ही हर्षो उत्साह से मनाई गयी। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छोटे छोटे बच्चों का विशेष योगदान रहा।
वाल्मीकि जयंती कार्यक्रम में प्रधानाचार्य श्री देवेन्द्र नाथ पाण्डेय,श्री जुग्गी लाल , श्री अभिषेक नारायण, श्री अवधेश शर्मा, श्री मती प्रीती श्री मती पूजा सिंह श्री मती शिवा व समस्त आचार्य उपस्थित रहें शिशु सभा के प्रधानमंत्री आयुषधर द्विवेदी मंत्री ज्योती मौर्या एवं सेनापति अभिनव उपस्थित रहें।