तंबाकू सिगरेट बीड़ी मुख कैंसर के साथ शारीरिक विकृतियों का होने का आशंका -डा० आशीष मल्ल

तंबाकू सिगरेट बीड़ी मुख कैंसर के साथ शारीरिक विकृतियों का होने का आशंका -डा० आशीष मल्ल
गोरखपुर –पूर्वांचल इंस्टीटयूट आफ डेंटल साइंस गोरखपुर व सीईओ मिशन पायरिया मुक्त अभियान) जी ने इंडिया गलाइकोल लिमिटेड के सेमिनार हाल मे आयोजित तंबाकू निषेध दिवस पर बोल रहे थे। बताया कि तंबाकू में निकोटिन समेत 60 तरह के विषैले पदार्थ होते हैं। बीड़ी, सिगरेट, गुटखा के माध्यम से यह खून में फेफड़ों तक पहुंचता है और टार (कार्बनिक रसायन) बनकर उससे चिपक जाता है। इससे फेफड़ों की कोशिकाओं में ऑक्सीजन ग्रहण करने और कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने की क्षमता कम होती जाती है। इसी बाधा के कारण एक दिन यह कोशिकाएं कैंसर में बदल जाती है। जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करती जाती है। और व्यक्ति की मृत्यु तक हो जाती है।
इसलिए तंबाकू को सेवन पूरी तरह बंद करें। इसके लिए सबसे पहले खुद की इच्छा शक्ति को मजबूत करना होगा। यह तभी संभव हो सकता है, जब हम इसके नुकसान को जानें। इसके अलावा रोजाना सुबह उठकर दो ग्लास गुनगुना पानी पीएं। चाहे तो उसमें सेंधा नमक या अजवाइन मिला सकते हैं। यह फेफड़ों में तंबाकू के टार को चिपकने नहीं देगा। और आप कैंसर से बच सकते हैं। साथ ही ये भी बताया कि सिनेमा जगत मे तंबाकू सिगरेट बीड़ी के दृश्य पर पूर्णतः विराम लगना चाहिए । शिविर रिजेनशी हेल्थ की डा मिनाकक्षी अवस्थी ( जनरल फिजीशियन) ने बताया कि तंबाकू सिगरेट के सेवन से शरीर मे यकृत, हृदय, व खून की बहाव मे समस्या आ सकती है व प्रजनन पर भी असर पड़ता है । इंडिया गलाइकोल लिमिटेड मे इक जागरूपता रैली भी निकाला गया जिसको हरी झंडी दशरथ मिश्रा ( ए जी यम आई जी यल )
जी ने दिखाया । व शिविर में उपस्थित चिकित्सक डा पिरंस वर्मा, डा संदीप, संदीप कुमार फार्मासिसट सिटी डेंटल हॉस्पिटल एण्ड इम्प्लांट सेन्टर सहजनवाॅ , व सिटी डेंटल हॉस्पिटल एण्ड इम्प्लांट सेन्टर सहजनवाॅ के टीम को धन्यवाद दिया ।