सरयू खतरे के निशान को किया पार, एक दर्जन गांव बाढ़ से घिरे

सरयू खतरे के निशान को किया पार, एक दर्जन गांव बाढ़ से घिरे
– धनघटा तहसील क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित गांवों में 13 नावें लगी
– हैंसर ब्लाक क्षेत्र के ढोलबजा जाने वाली सड़क को बचाने में जुटा प्रशासन
धनघटा- संतकबीर नगर ।
धनघटा तहसील में सरयू खतरे के निशान को पार कर गयी है। मांझा क्षेत्र में बसे एक दर्जन गांव बाढ़ से घिर चुके है। प्रशासन राहत व बचाव कार्य मे जुट गया है। प्रभावित गांवों में तहसील प्रशासन ने अब तक 13 नावें लगा दी है। हैंसर क्षेत्र के गायघाट दक्षिणी क्षेत्र में प्रमुख सम्पर्क मार्ग जलमग्न हो चुके है। ढोलबजा जाने वाली सड़क का पचास मीटर हिस्सा नदी के दबाव में बह गया है। डीएम के निर्देश पर सड़क को बचाने के लिए सिंचाई व पीडब्ल्यूडी विभाग को तत्काल बचाव के कदम उठाने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को सड़क बचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। लोनीयान टोले में बाढ़ के दबाव में रिंग बांध कटने के कगार पर पहुंच गया है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार धनघटा रामजी ने स्थित का जायजा लिया।
धनघटा तहसील क्षेत्र में सरयू का रौद्र रूप जारी है। नदी खतरे का निशान पार कर चुकी है। मांझा क्षेत्र में अब तक ढोलबजा, गुनवतिया, सियरकला, गायघाट दक्षिणी, कठहा खैरगाड़, सियरकला, कंचनपुर, चकदहा, सियाराम अधीन, चपरा पूर्वी, खालेपुरवा, गुलरिहा, लोनियान टोला बाढ़ से चौतरफा घिर चुका है। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने के लिए तहसील प्रशासन ने अब तक कुल 13 नावों को लगाया है। इसमें सात नावें गायघाट दक्षिणी इलाके में लगाई गई है। बाढ़ से अब तक दस हजार की आबादी बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ के दबाव में गायघाट दक्षिणी क्षेत्र के ढोलबजा जाने वाली सड़क का पचास मीटर हिस्सा नदी में बह गया है। जिससे ढोलबजा गांव का सम्पर्क मार्ग टूट गया है। शुक्रवार को सड़क बचाने के लिए सिंचाई व पीडब्ल्यूडी विभाग ने ताकत झोंक दी है। सड़क किनारे बोरियां डालकर सड़क बचाने का असफल प्रयास किया जा रहा है। नदी के जलस्तर में यदि इसी प्रकार बृद्धि दर्ज हुई तो अगले 24 घण्टो में निकटवर्ती गांवों में पानी घुसने की आशंका है। ढोलबजा गांव पर खतरे के बादल मंडरा रहे है। ढोलबजा गांव निवासी गुड्डी देवी, चंदा देवी, गयादीन, राम सजन, कमलावती, रजिंदर, संत प्रसाद आदि ने बताया कि सड़क टूटने से गांव के बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। नदी का बहाव गांव की तरफ होने से 15 घरों की पहचान खत्म होने की आशंका उतपन्न हो गयी है। नदी की धारा घरों के निकट से गुजर रही है। लोग घरों का सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे है। इस कार्य मे लगाई गई नावों को ग्रामीणों ने अपर्याप्त बताया।
इस संबन्ध में तहसीलदार धनघटा रामजी ने बताया कि बाढ़ को लेकर प्रशासन सतर्क है। बाढ़ प्रभावित गांवों में नावें लगा दी गयी है। सभी हल्का लेखपालो को नजर रखने का निर्देश दिया गया है।