संत पुरुषों की वाणी से मिलती है सीख – समशेर सिंह

संत पुरुषों की वाणी से मिलती है सीख – समशेर सिंह
संतकबीर नगर- मगहर- संत पुरुषों की वाणी को सुनकर, पढ़कर उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। संतों के वाणी का अनुसरण करने से ही समाज को एक नई दिशा मिल सकती है। उक्त बातें पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री कांग्रेस पीसीसी अध्यक्ष/ राज्यसभा सदस्य सरदार समशेर सिंह ढुल्लो ने संत कबीर की समाधि और मजार का दर्शन करने के पश्चात पत्रकार भेंट वार्ता के दौरान शनिवार को कहा।
उन्होंने कहा कि कबीर एवं रविदास की वाणी और विचारों में समानता देखी जाती है। कबीर और रविदास दोनों ही भक्ति शिरोमणि संत हुए।जिन्होंने समाज में जातिवाद, सम्प्रदायवाद का जमकर विरोध किया था। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी देश को प्रगति के पथ पर लाने के लिए समरसता की बात होनी चाहिए तभी देश का विकास हो सकता है। गुरू ग्रन्थ में भी कबीर, रविदास, नामदेव, सेनभगत के वचन गुरुनानक देव की उदासियों में वर्णित हैं।जिनका अनुसरण करने से समाज की कुरीतियों को दूर किया जा सकता है। संत पुरुषों के स्थलों पर जाने से मन को आत्मिक शांति मिलती है। उन्होंने पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिस तरह से संत कबीर, रवि दास एवं डा. अम्बेडकर के स्थानों के विकास की जो योजना चलाया उसे पूरा करें। तभी उस योजना का मकसद सार्थक हो सकेगा। बसपा के संस्थापक एवं बाबा साहेब के सपनो को लेकर चलने वाले कांशीराम के भांजे सरदार रविंदर सिंह ने कहा कि दुनिया में कबीर और रविदास ऐसे संत हुए हैं जिन्होंने ने समाज में व्याप्त भेदभाव, ऊंचनीच और जाति पाती को मिटा कर एक सूत्र में बांधने का संदेश दिया था। उनके विचारों को हम सभी अपने जीवन उतारे तो जीवन सार्थक हो सकता है। संतों ने समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए अपना जीवन लगा दिया। इस दौरान उन्हें महंत विचार दास ने कबीर के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।इस मौके सरदार लखविंदर सिंह, सरदार जय सिंह छेबरा, डा. हरिशरण शास्त्री, अरविंद दास शास्त्र, राजेश दास, वैद्य राम शरण दास, शांति दास, रोहित दास आदि लोग मौजूद रहे।