संत कबीर नगर – प्रगति सेवा संस्थान द्वारा “ड्रग मुक्त जन अभियान” का किया गया आयोजन।

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प्रगति सेवा संस्थान द्वारा “ड्रग मुक्त जन अभियान” का किया गया आयोजन।
ब्यूरो रिपोर्ट- के0 पी0 मौर्य ।
संत कबीर नगर-
दिनांक 10 सितंबर 2025 को “ड्रग मुक्त जन अभियान” बघौली और बेलहर कला के संयुक्त बैठक पुष्पांजली मैरेज लॉन बघौली में प्रगति सेवा संस्थान के द्वारा प्रदीप सिसोदिया के संयोजन में एक बैठक आयोजित किया गया। जिसमें संत कबीर नगर जनपद को ड्रग विहीन, नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया,
इस “ड्रग मुक्त जन अभियान” कार्यक्रम में आयोजक यूथ आइकन प्रदीप सिसोदिया ने कहा कि हमारे समाज में धार्मिक आधार पर भी नशे को प्रतिबंधित किया गया हैl
हिंदू धर्म में नशे को तामसिक (अज्ञात या अंधकार), पाप कर्म और अनैतिक माना गया है, जिससे चेतना और शुद्धता, कर्म और स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव डालता है।
मनुस्मृति के 11 वे अध्याय,श्लोक 90 के अनुसार शराब प्रतिबंधित है।
ऋग्वेद में इसे सुरा(मादक पदार्थ) कहा गया है जिसमें इसकी कड़ी निंदा भी किया गया है। उपनिषद,छांदोग्य उपनिषद में शराब पीने को पंच महापातक(पांच सभी बड़े पापों) में से एक है। गरुण पुराण में जो व्यक्ति शराब का सेवन करता है उसका अगला जन्म कुत्ते का होता है। पुराणों की कथाएं और आध्यात्मिक दृष्टिकोण के अनुसार नशा से केवल शारीरिक ही नहीं आध्यात्मिक बाधा भी डालती है! इस्लाम धर्म में , कुरान के सुरह अल_माईदा (अध्याय 5) आयत 90 में शराब और जुए से दूर रहने की सलाह दी गई है। सिख धर्म, गुरु ग्रन्थ साहिब में नशे को मनुष्य की बुद्धि को भ्रमित करने वाला और भगवान से दूर करने वाला बताया गया है, सिख धर्म के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी ने शराब और तंबाकू के सेवन पर पूरी तरह रोक लगा दी थी। जैन धर्म में किसी भी तरह के नशे को महापाप माना गया है, बौद्ध धर्म,में नशे को पंचशील के पांचवे नियम में कहा गया है कि किसी भी नशे का सेवन नहीं करना है। ईसाई धर्म में इशू ने सीधे तौर पर शराब या नशीले पदार्थों के सेवन को प्रतिबंधित नहीं किया लेकिन कई जगहों पर नशीले पदार्थों की अनुमति भी नहीं दिया गया है ,
यहूदी धर्म में भी शराब और नशे की चीजों को शक्त प्रतिबंधित किया गया है।
आज हमारे समाज को खासकर युवाओं को ड्रग अपने चपेट में ले रहा है,छोटे छोटे बच्चों से लेकर परिवार के अन्य सदस्य भी इस नशाखोरी से बर्बाद हो रहे हैं।परिवार में विघटन,क्लेश और हिंसक घटनाएं बढ़ रही हैं,युवाओं में ड्रग की वजह से जीवन के संस्कार,शिक्षा और परिवार में झगड़े सभी आम बात हो रही है।
नशे में लिप्त लोगों को पैसा नहीं मिलने पर परिवार के सदस्यों का उत्पीड़न और चोरी, छीनैती की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जिससे समाज में अपराध बढ़ रहा है साथ ही संबंधित परिवार और युवा का भविष्य नष्ट हो रहा है। ऐसे बहुत से परिवार हैं जिनके पैतृक संपत्तियां और व्यवसाय,व्यावसायिक प्रतिष्ठान बिक गईं और आज उनके परिवार का भरण पोषण के साथ बच्चों की पढ़ाई और बेटियों की शादी विवाह कठिन हो गया है।
ड्रग की बिक्री छोटे छोटे पान की दुकानों,स्कूलों कॉलेजों के सामने, भीड़ भाड़ वाले जगहों पर,रेस्टोरेंटों,होटलों,और हैंडलरों द्वारा नशेड़ियों तक पहुंचाना भी हो गया है।
इसमें युवतियां भी आधुनिकता के दिखावे में लिप्त हो रही हैं जिसकी वजह से उनके साथ बहुत सी घटनाएं बढ़ रही हैं,जिसमें प्रशासन को भनक तक नहीं लग पा रही है,कानूनों में नशा कारोबारियों के विरुद्ध कड़ी सजा का प्रावधान न होने की वजह से बहुत जल्द छूट जाते हैं और अपना नशा का कारोबार पुनः प्रारंभ कर देते हैं। हमारे देश में ऐसे बहुत से कुरीतिया है जिसको धार्मिक और सामाजिक मान्यता नहीं दिया होता, या ऐसे कार्यों को करने वालों को समाज बहिष्कार करने और दंडित करने का कार्य किया होता, तो कालांतर में भारत पर आक्रांताओं की गुलामी ने हमारे धर्म, संस्कृति और समाज को विघटित करने का कार्य किया जिसका दुष्परिणाम आज हमारा समाज भोग रहा है। युवाओं में नैतिक,शारीरिक और चारित्रिक शिक्षा का अभाव आधुनिक शिक्षा प्रणाली की वजह से हो रहा है जिसका दुष्परिणम नशाखोरी,भ्रष्टाचार,चारित्रिक पतन जैसे व्यवसन ले रहे हैं, अगर हमे अपने बच्चों,समाज और देश को इन कुरीतियों से बचाना है तो अपने पुरानी संस्कृति को आत्मसात करते हुए नशेड़ियों और गलत कार्य करने वालों से बचना होगा और उनका सामाजिक बहिष्कार के साथ उनके विरुद्ध जन अभियान चलाकर संवैधानिक तरीके से सजा दिलाना होगा।
ऐसे दुष्चरित्रों से किसी भी प्रकार के संबंध और पारिवारिक रिश्ते का सुधार करते हुवे आधुनिक ताकत मीडिया,सोशल मीडिया के माध्यम से जन अभियान चलाकर इनके ड्रग व्यवसाय को समाप्त करने तक के संघर्ष हेतु एक लक्ष्य तय कर आप सभी संभ्रांत जनों और युवा साथियों का आह्वाहन करने आया हूं, संबोधन में मुख्य रूप से शशि कुमार सिंह, अब्दुल मतीन खान, अब्दुल हई, आकाश सिंह, मेराज खान, हरगोविंद सिंह, सुभान अंसारी, हनुमान पाण्डेय, राम छैल चौधरी, शिवानन्द, मिश्रा, कलीमुल्ला, रामकेश यादव, राजू गोस्वामी, महमूद खान, राघवेंद्र प्रताप सिंह सहित सभी वक्ताओं ने समाज में बढ़ रहे नशे के विरुद्ध चिंता व्यक्त करते हुए तथा इसके प्रभावी रोक थाम के लिए इस ड्रग मुक्ति जन अभियान कार्यक्रम को सराहा और कार्यक्रम के आयोजक प्रदीप सिसोदिया को अपना हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
सभी वक्ताओं ने कहा कि यह एक बहुत ही आवश्यक पहल है इसमें हम सभी एक साथ भाग लेंगे और इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखेंगे।