संतकबीर निर्वाण पर चैत नवरात्रि पर्व पर कन्याओं का हुआ सम्मान

संतकबीर निर्वाण पर चैत नवरात्रि पर्व पर कन्याओं का हुआ सम्मान
संतकबीर नगर-मगहर-चैत नवरात्रि के पावन पर्व पर नवमी तिथि रविवार की देर शाम को कबीर समाधि परिसर में कन्या पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नव दुर्गा स्वरूप 31 कन्याओं के चरण पखारने के साथ ही उनकी आरती उतारी गई। इसके साथ साथ उन्हें प्रसाद, चुनरी और दक्षिणा देकर सम्मान विदाई की गई
इस मौके पर महंत विचार दास ने मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नारी शक्ति का मानव समाज द्वारा सम्मान किया जाना चाहिए। नारी के अनेक रूप हैं जैसे कोई मां बन कर पालन पोषण करती है। तो कहीं दुर्गा के रूप अपराध, व्यभिचार के विरूद्ध संघर्ष कर उसे समाप्त करने का प्रयास करती हैं। उन्होंने कहा कि नारी की सुरक्षा, संरक्षा और सम्मान करना हम सभी का दायित्व बनता है। सरकार ने भी नारी सम्मान के लिए हर सम्भव शक्त कानून बनाने के साथ कारगर योजना बनाई है। जिससे आधी आबादी का सम्मान और सुरक्षा हो सके। कोई भी नारी अब अबला नहीं रह गई हैं वर्तमान समय में नारी सशक्त और आत्म निर्भर हो गई हैं। अन्तरिक्ष से लेकर जमीन तक के कार्यों में आदमी के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने कहा कि नवमी के दिन 31कन्याओं का विधि विधान से चरण पखारने के उनकी आरती उतारी गई और रोली चंदन से टीका लगाया गया। उसके बाद उन्हें प्रसाद ग्रहण कराने के पश्चात चुनरी व दक्षिणा देकर सम्मान के साथ विदाई की गई।इस मौके पर महंत विचार दास, केशवदास, डा. हरिशरण शास्त्री, वैद्य राम शरण दास, राजेश दास, अतुल सिंह, रोहित दास, विनोद दास सहित भक्तगण लोग मौजूद रहे।