संत कबीर नगर जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश चंद्र ने बताया है कि जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशन में
*संत कबीर नगर जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश चंद्र ने बताया है कि जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशन में
*”मिशन शक्ति” विशेष अभियान फेज-5* के अन्तर्गत प्रेरक महिलाओं तथा बालिकाओं की पहचान करते हुए उन्हे जनपद स्तर पर रेडियो, अखबार आदि के माध्यम से जन-जन तक पहुचाने की कार्य योजना के क्रम में केन्द्र प्रशासक वन स्टॉप सेन्टर के द्वारा कुल 04 महिलाओ से सम्पर्क स्थापित करते हुए उनके संघर्ष की कहानी व महिलाओं एवं बालिकाओं के सम्बन्ध में किये गये कार्यो की जानकारी प्राप्त की गयी।
उन्होंने बताया की प्रेरणास्रोत डा0 तन्वगी मणी शुक्ला वर्ष 2017 से संयुक्त जिला चिकित्सालय संत कबीर नगर में परामर्शदाता के पद पर कार्यरत
है, उनके द्वारा बताया गया कि यहां तक पहुचना आसान नही रहा। आज भी वह स्कूल कालेजों में जाकर मानसिक रूप से पीड़ित बच्चों की पहचान करती हैं और उन्हे समस्या से निकालने के लिए उनकी काउन्सिलिंग करती हैं साथ ही आई0क्यू0 टेस्ट के माध्यम से भी बच्चों को समझने का प्रयत्न करती है। डा0 तन्वगी मणी शुक्ला ने बताया कि जब वह महिलाओं से मिलती है तो जो महिला मानसिक रूप से स्वस्थ्य नही है या तनाव ले रही है और वह उसे जादू-टोने का नाम दे रही है, तो उसे उस समस्या से निजात दिलाने के लिए उसे जागरूक करती है और काउन्सिलिंग करते हुए समस्या का समाधान करती है।
दूसरी प्रेरणास्रोत महिला श्रीमती रीता द्विवेदी(सहायक अध्यापक) मौलाना आजाद इण्टर कालेज, खलीलाबाद का कहना है कि जब यह उम्र में बहुत छोटी थी तभी से इनकी इच्छा थी कि में अध्यापक बनूं और अध्यापक
बनने के लिए उन्होंने संघर्ष भी किया। उनका कहना है कि मेरा विद्यालय घर से बहुत दूर था और मेरा विवाह
भी नौकरी मिलने के पहले ही हो गयी थी और जब नौकरी मिली वह अपने विद्यालय में एक मात्र महिला अध्यापक थी इससे उनके मन में एक भय बना रहता था परन्तु इससे निजात पाने में उनके परिवार व स्कूल के सभी अध्यापको नें उनका साथ दिया। वर्ष 2016 से वह मौलाना आजाद इण्टर कालेज, खलीलाबाद मे कार्यरत है। वह इस विद्यालय में उन सभी बालिकाओं को प्रेरित करती हैं जो अपने परिवारिक व आर्थिक समस्याओं के कारण परेशान रहती है ताकि ऐसी बालिकाएं अपनी शिक्षा को पूर्ण कर सके।
इसी क्रम में प्रेरणास्रोत महिला डा0 शशि सिंह (गायनेकोलाजिस्ट) संयुक्त जिला चिकित्सालय में वर्ष 2020 से कार्यरत है, आपने एम0बी0बी0एस0, एम0एस0 की पढ़ाई लखनऊ से की हैं। वह बहुत ही मृदु भाषी एवं सरल व्यक्तित्व की महिला हैं। वह बचपन से डाक्टर बनना चाहती थी वह सदैव महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर चिन्तित रहती थी। इसीलिए आपने स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का डाक्टर बनने
का निर्णय लिया आप अपने घर परिवार एवं चिकित्सालय में आने वाली महिलाओ एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य का इलाज पूरी तन्मयता के साथ करती हैं।
जनपद की प्रेरक महिलाओं में चतुर्थ महिला जो बालिकाओं एवं महिलाओं की हमेशा प्रेरणास्रोत रहती हैं और पूरी संवेदनशीलता, तन्मयता एवं सतर्कता के साथ अपने कार्यों का निर्वहन करती हैं और वर्तमान में प्रभारी निरीक्षक महिला थाना संतकबीरनगर के पद पर कार्यरत हैं ऐसी प्रेरणास्रोत महिला सरोज शर्मा बचपन से ही बहुत मेहनती व तेज तर्रार बालिका थी वह समाज में महिलाओ एवं बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा व भेदभाव से प्रभावित हुई, जिससे उन्हे प्रेरणा मिली और उन्होंने पुलिस विभाग में आने के लिए ठान लिया, जिससे महिलाओ एवं बालिकाओ की मदद कर सकें। आज वह प्रभारी निरीक्षक महिला थाना संतकबीर नगर के पद पर रहते हुए अपने कार्यों एवं दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन कर रही हैं।
