सहजनवां तहसील क्षेत्र में जल जीवन मिशन पूरी तरह से है फ्लाप, जिम्मेदार बेखबर

सहजनवां तहसील क्षेत्र में जल जीवन मिशन पूरी तरह से है फ्लाप, जिम्मेदार बेखबर
सरकार द्वारा जनता को हर घर जल पहुचाने का था मिशन-वही सरकार के पास नही है बजट
जल जीवन मिशन के तहत बन रहा पानी टंकी पर छाया संकट का बादल
गोरखपुर –गोरखपुर जनपद के सहजनवा विकासखंड स्थित ग्राम पंचायत खीरीडाड़ ,मझौरा,गोरेडीह,में वीते 4 वर्षों से शुद्ध पेयजल का ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं लेकिन विभाग व जिले के जिम्मेदारो के लापरवाही के कारण कार्य शुरू होते ही बंद हो गया ग्राम पंचायत में गांव में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए 2021 में 296.92 लाख की लागत से ओवरहेड टैंक निर्माण की स्वीकृति मिली थी ताकि 2830 परिवार व दो गांव की ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो सके लेकिन वही जिम्मेदार और ठेकेदार की मिली भगत से सरकार के सपनों पर सीधा पानी फेरा जा रहा और सरकार के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है सोचने वाली बात यह है की सरकार का यह मुख्य योजना है जल जीवन मिशन जो कि हर राजस्व गांव में सरकार शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कर रही है। लेकिन सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर सही रूप से कार्य नहीं किया जा रहा है। वही लगे बोर्ड पर कार्य पूर्ति कर दिया गया है। ठेकेदार व विभाग के जिम्मेदार के लापरवाही के कारण 4 सालों से ओवरहेड टैंक का निर्माण अधूरा पड़ा हुआ है जबकि सरकार का आदेश है 18 माह में कार्य को पूरा कर ग्रामीणों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति बहाल करनी है।
वही गीडा इंडस्ट्रियल से सटे ग्राम पंचायत खीरीडाड़ क्षेत्र में फैक्ट्रीयों से निकलने वाले केमिकल युक्त गंदे पानी के वज़ह से गांव में लगे हैंडपंप दूषित पानी देते है। जिससे ग्रामीणों को शुद्ध जल के लिए भटकना पड़ता है और केमिकल युक्त गंदे पानी के वज़ह से दूषित पानी पीना पड़ता है। वही तमाम ग्राम पंचायतों में भी अभी कार्य पूर्ण नही हुआ है और ठीकेदार काम को अधूरा छोड़ कर फरार चल रहे हैं, तहसील क्षेत्र में जल जीवन मिशन पूरी तरह से फलाफ़ नजर आ रहा है, वही जिम्मेदार लोगों का कहना है कि वर्षो से सरकार द्वारा पैसा नहीं भेजा जा रहा है जिससे कार्य अधूरा है।वही इस बाबत जल जीवन मिशन के अधिशासी अभियंता ने बताया की सरकार के पास लगभग सालों से बजट न होने की वजह से ग्राम सभा में जल जीवन मिशन का कार्य अधूरा है सरकार का सपना पूरी तरह से अधूरा है।