रोगियों का डिजिटली डाटा एकत्र करें जिले के आयुष चिकित्सालय डीएम

रोगियों का डिजिटली डाटा एकत्र करें जिले के आयुष चिकित्सालय डीएम
रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 18 अगस्त। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला आयुष समिति की शासी निकाय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने निर्देश दिया कि आयुष चिकित्सालयो में आने वाले मरीज़ों का डिजिटली डेटा सुरक्षित किया जाय। डीएम ने कहा कि मरीज़ों का डिजिटल डाटा संग्रहीत करने से जहां एक ओर चिकित्सालयों के पास मरीज़ की मेडिकल हिस्ट्री उपलब्ध रहेगी वहीं दूसरी ओर मरीज़ को भी अपना इलाज आगे जारी रखने में सुविधा मिलेगी। डीएम ने कहा कि आयुष चिकित्सालयों द्वारा एकत्र किया गया डाटा शोधार्थियों के लिए भी अत्यन्त उपयोगी रहेगा।
डीएम ने आयुष चिकित्सकों को निर्देश दिया कि जनपद के किसी एक क्षेत्र को सेलेक्ट कर वहां पर रहने वालों में पैदा होने वाली बीमारियों इत्यादि के बारे में अध्यन किया जायें। ऐसा करने से किसी एक क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले रोगों तथा उसके निदान के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी। हर्बल गार्डन की स्थापना कार्य की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि रोपित किये औषधीय पौधों की पूरी लाईफ हिस्ट्री रखी जाय तथा हर्बल गार्डन की फोटोग्राफी भी करायी जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि शहर में स्थापित पार्कों में औषधीय पौधे लगाते हुए साथ में इस बात की जानकारी भी प्रदर्शित की जाय कि यह पौधा किन-किन रोगों में उपयोगी है। डीएम ने कहा कि ऐसा करने से आमजन में औषधीय पौधों के प्रति जागरूकता का संचार होगा। लोग स्वेच्छा से अपने निजी लॉन में अन्य सजावटी पौधों के साथ-साथ मानव जीवन के लिए उपयोगी पौधों का रोपण करने के लिए प्रेरित होंगे।
डीएम ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि योगाभ्यास को बढ़ावा दिया जाय। उन्होंने कहा कि आज के आपाधापी भरे माहौल में मानव जीवन के स्वास्थ्य को मद्देनज़र रखते हुए योगाभ्यास बहुत ज़रूरी है। डीएम ने सरकारी संस्थाओं में योगाभ्यास कराने का प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिये। आयुष चिकित्सालयों के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए डीएम ने निर्देश दिया कि उनकी ओर से सम्बन्धित एसडीएम को पत्र भिजवाया जाय। डीएम ने विभागीय अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि प्रस्तावित 23 चिकित्सालयों के चिन्हित स्थलों के आस-पास भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर एसडीएम से समन्वय कर ज़मीन प्राप्त करें।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. सरोज शंकर ने बताया कि 01 अप्रैल 2025 से 01 जुलाई 2025 तक 30 आयुर्वेद चिकित्सालयों के माध्यम से कुल 149980 रोगी जिसमें नवीन रोगियों की संख्या 110651 तथा प्राचीन मरीज़ 39329 हैं। इसी प्रकार 06 यूनानी चिकित्सालयों के माध्यम से कुल 15194 रोगी जिसमें नवीन रोगियों की संख्या 9658 तथा प्राचीन मरीज़ 5536 हैं तथा 19 होम्योपैथिक चिकित्सालयों के माध्यम से कुल 126524 रोगी जिसमें नवीन रोगियों की संख्या 56770 तथा प्राचीन मरीज़ 69754 का उपचार किया गया हैं।
डॉ. शंकर ने विगत 03 वर्षों में रोगी पंजीकरण विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि वर्ष 2023-24 में आयुर्वेद अन्तर्गत 361557, यूनानी में 70082 व होम्योपैथ में 414063, वर्ष 2024-25 में आयुर्वेद अन्तर्गत 391210, यूनानी में 78438 व होम्योपैथ में 380056 तथा चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक आयुर्वेद अन्तर्गत 128507, यूनानी में 21473 व होम्योपैथ में 126524 है। उन्होंने बताया कि जनपद में संचालित सभी आयुष चिकित्सालयों में रोगी संख्या वृद्धि के लिए समय-समय पर निशुल्क चिकित्सा शिविर, आयुष आपके द्वार एवं जागरूकता गोष्ठी का आयोजन भी किया जाता है।
निर्माण कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए डॉ. शंकर ने बताया कि आयुष मिशन अन्तर्गत कार्यदायी संस्था यू.पी.पी.सी.एल. द्वारा राज्य बजट के तहत कार्यदायी संस्था यू.पी.आर.एन.एस. द्वारा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कुण्डासर व गंगवल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जिले के 13 हेल्थ वेलनेस सेंटर में हर्बल गार्डन विकसित हैं। बैठक का संचालन आयुष चिकित्सक डॉ पीयूष नायक ने किया। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर रामानन्द कुशवाहा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एम.एम. पाण्डेय, जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. यूसुफ अंसारी सहित अन्य आयुष चिकित्सक मौजूद रहे।