पीलीभीत से गोरखपुर आए बाघ की चिड़ियाघर में मौत

पीलीभीत से गोरखपुर आए बाघ की चिड़ियाघर में मौत
गोरखपुर-पीलीभीत से छह माह पहले रेस्क्यू कर गोरखपुर चिड़ियाघर लाए गए बाघ केसरी की रविवार सुबह मौत हो गई। आईवीआरआई बरेली और लखनऊ चिड़ियाघर की टीम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की प्रारंभिक वजह मेनिनजाइटिस बीमारी आई है। इसके बारण बाघ के दिमाग में करीब 100 एमएल पानी जमा हो गया था। आईवीआरआई की टीम जांच के लिए सैंपल ले गई है।
आठ वर्ष का बाघ केसरी शनिवार को सुबह से ही बेचैन था। वह उग्र व्यवहार कर रहा था। चिकित्सकों की टीम ने उसे शांत करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। शाम में वह शांत होकर बैठ गया। रविवार की भोर में जब उसकी गतिविधि बंद हो गई, तो कर्मियों ने आलाधिकारियों को इसकी सूचना दी। टीम जब मौके पर पहुंची तो वह दम तोड़ चुका था। आईवीआरआई बरेली और लखनऊ चिड़ियाघर से पशु चिकित्सकों की टीम ने बाघ का पोस्टमार्टम किया। टीम में डॉ. एम करि कलन, डॉ. बिजेंद्र मणि शामिल थे।