क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल कुमार ने डीएम को सौपा इस्तीफा !
क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल कुमार ने डीएम को सौपा इस्तीफा !
ब्लॉक प्रमुख के कार्यों से नाराज क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल कुमार!
संतकबीर नगर। बखिरा थाना क्षेत्र के ग्राम अमरडोभा निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल कुमार ने ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हम क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए 24 दिसंबर 2021 को क्षेत्र पंचायत द्वारा मनरेगा कार्य कराए जाने को आदेशित किया गया उसके बाद मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त ब्लॉकों को 11 मार्च को पत्र जारी कर क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा मनरेगा कार्य कराए जाने को आदेशित किया गया उसके बाद बेलहर ब्लाक के कुछ क्षेत्र पंचायत सदस्य साथियों के साथ ब्लॉक एवं जिला का चक्कर लगा लगाकर ब्लॉक पर किसी तरह से क्षेत्र पंचायत द्वारा मनरेगा की कार्य आईडी जेनरेटर करवाया गया, उसके बाद क्षेत्र पंचायत सदस्य साथियों के साथ अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधित विभाग पीडब्ल्यूडी एवं अन्य द्वारा इकट्ठा किया गया। इस प्रकार 8 से 9 परियोजनाओं पर ब्लॉक एवं जिला द्वारा गठित टीम के द्वारा सत्यापन कर परियोजनाओं को कराए जाने योग्य पाया गया उसके बाद बावजूद कार्य को नहीं शुरू किया गया फिर हम क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने मुख्य विकास अधिकारी को पत्र देकर अवगत कराया तब जाकर मुख्य विकास अधिकारी लगभग दो से तीन बार ब्लॉक को पत्र जारी किया कि मनरेगा कार्य को एक सप्ताह के अंदर शुरू कराया जाए फिर किसी तरह से ब्लॉक प्रशासन द्वारा 8 से 9 परियोजनाओं का जिया टैगिंग कार्य किया गया फिर मास्टर रोल के लिए तीन से चार महीना तक ब्लॉक का चक्कर लगाकर थक गया लेकिन मास्टर रोल जारी नहीं किया गया। लगभग 2 वर्ष होने जा रहे हैं मनरेगा मनरेगा से संबंधित कोई भी कार्य आगे नहीं बढ़ाया गया और उपरोक्त 8 से 9 परियोजनाओं में से लगभग सभी परियोजनाओं को ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा चुका है। जिसमें से एक परियोजना मेरे क्षेत्र पंचायत अमरडोभा में पीडब्ल्यूडी के पटरी का कार्य करवाया जाना था जो ग्राम प्रधान द्वारा करवाया जा चुका है। इसके अलावा एक वर्ष में 6 बैठकर होनी है जबकि 1 वर्ष में बड़ी मुश्किल से एक ही बैठक हो पता है। 2024 25 का बैठक लास्ट मार्च महीने में हुई थी लेकिन बैठक का मानदेय 9 महीने बीत गए अभी तक धनराज खाते में नहीं आया जबकि कई बार बैठक में मानदेय के लिए ब्लॉक प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है। फिर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अतिरिक्त ब्लॉक में तैनात प्राइवेट कर्मियों द्वारा जन्म प्रमाण पत्र एवं मित्र प्रमाण पत्र के नाम पर मोटा रकम की वसूली की जा रही है जो ब्लॉक प्रशासन के संरक्षण में हो रहा है। साथ ही साथ ब्लॉक प्रमुख निधि एवं बजट जो क्षेत्र के विकास के लिए ब्लॉक से आवंटित करके जिस क्षेत्र पंचायत सदस्य के कार्य क्षेत्र में कार्य करवाया जाता है वहां पर विकसित पंचायत सदस्य का कोई भी योगदान नहीं होता है क्योंकि इस परियोजना के फाइल पर कहीं भी क्षेत्र पंचायत सदस्य के हस्ताक्षर की जरूरत नहीं पड़ती है। अतः इन सब कृत्यों से मेरे पद व सम्मान को बहुत तेज पहुंचा है जब हम अपने हक व अधिकार को लादकर भी नहीं ले सकते तो हमें क्षेत्र पंचायत सदस्य पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। इससे मेरा राजनीतिक भविष्य अंधकार मैं दिख रहा है अतः उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन है कि जिस पद पर रहकर जिस प्रकार प्रधान स्वतंत्र होकर काम करवाते हैं उसे प्रकार हम भी स्वतंत्र होकर काम अपने क्षेत्र की जनता के लिए नहीं करवा सकते तो इस ऐसे पद को स्वीकार करना मेरे लिए कठिन है। ऐसे में मैं अपने पद से इस्तीफा चाहता हूं। जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में क्षेत्र पंचायत सदस्य विमल कुमार ने अपने स्थिति की बात कही है। इस पूरे मामले में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मामले की जांच कर कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
