कबीर ने किया था कुरीतियों, आडम्बर का विरोध :न्यायाधीश

कबीर ने किया था कुरीतियों, आडम्बर का विरोध :न्यायाधीश
संतकबीर नगर- मगहरसदगुरू कबीर को जानने और मानने वाले देश ही नहीं विदेशों में भी हैं।जो कबीर के विचार आज भी ओत प्रोत हैं।कबीर ने पूरे जीवन कुरीतियों, आडम्बर का विरोध किया था।उक्त विचार व्यक्त करते हुए न्यायाधीश धीश यशी पाण्डेय ने सोमवार को कबीर समाधि व मजार का दर्शन करने के बाद उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि कबीर के विचारों से ही समाज और देश को प्रगति के पथ पर लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कबीर ही शायद ऐसे संत हुए जिनका समाधि और मजार एक स्थान पर देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि कबीर ने समाज में व्याप्त भेदभाव, ऊंचनीच और जाति पाती को मिटा कर एक सूत्र में बांधने का संदेश दिया था। उनके विचारों को हम सभी अपने जीवन उतारे तो जीवन सार्थक हो सकता है। कबीर ने समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए अपना जीवन लगा दिया।उन्होंने कहा कि कबीर एक ऐसे सन्त हुए जिन्होंने सभी धर्मों को समझाने का प्रयास किया। चाहे वह किसी भी धर्म से जुड़ा अथवा मानने वाला हो दिखावे के सख्त विरोधी रहे।उनकी रचनाओं का अध्ययन कर अपने जीवन को सदमार्ग पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कबीर समाधि स्थली पर अगर उन्हे कुछ करने का अवसर मिले तो वह अपने आप को भाग्यशाली मानेंगे। इस दौरान उन्हें महंत विचार दास ने कबीर के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस मौके डा.जयकेश पाण्डेय निदेशक पशुपालन, डा.राजेश त्रिपाठी निदेशक पशुपालन विभाग बस्ती, डा.हरिशरण शास्त्री, संत केशव दास,अरविंद दास शास्त्री, ओम प्रकाश तिवारी, राजेश दास, वैद्य राम शरण दास, संत शांति दास आदि लोग मौजूद रहे।