जनभागीदारी से विजन डॉक्यूमेंट 2047 के निर्माण हेतु आयोजित हुआ प्रबुद्धजन संवाद कार्यक्रम

जनभागीदारी से विजन डॉक्यूमेंट 2047 के निर्माण हेतु आयोजित हुआ प्रबुद्धजन संवाद कार्यक्रम
रिपोर्ट – दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 08 सितम्बर। विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश शताब्दी संकल्प@2047 के लिए कार्ययोजना तैयार किये जाने के उद्देश्य से प्रमुख सचिव, खाद्य एवं रसद तथा उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप, उ.प्र. शासन रणवीर प्रसाद, से.नि. आईएएस शिवाकान्त द्विवेदी, से.नि. मुख्य अभियन्ता सिंचाई मन्साराम शुक्ला तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभागार में विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान के अन्तर्गत प्रबुद्धजन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश केवल भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आत्मा का केंद्र ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की राजनीतिक चेतना और आर्थिक आकांक्षाओं का सशक्त वाहक भी है। भारत के अमृतकाल में मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विकसित भारत@2047 की परिकल्पना प्रस्तुत की है। यह परिकल्पना केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र की सामूहिक यात्रा है। देश के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश इस महान संकल्प को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाने को तत्पर है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि भारत अगर आज दुनिया के लिए ब्राइट स्पॉट है, तो उत्तर प्रदेश भारत की ग्रोथ को ड्राइव करने वाला एक अहम नेतृत्व दे रहा है। वास्तव में, प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में वर्ष 2017 से 2025 के बीच उत्तर प्रदेश ने सुरक्षा, सुशासन और विकास की ठोस नींव रखी है। अब इसी आधार पर मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का संकल्प है कि वर्ष 2047 तक उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे अग्रणी और विकसित राज्य बनाया जाए। जिसके लिए विशेषज्ञों के परामर्श और व्यापक जन सहभागिता के साथ विकसित उत्तर प्रदेश-2047 की कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रमुख सचिव श्री प्रसाद ने बताया कि विकसित उत्तर प्रदेश-2047 की कार्ययोजना तैयार करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण 12 सेक्टरों संतुलित विकास, सामाजिक सुरक्षा एवं गरीब कल्याण, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, शिक्षा एवं कौशल विकास, आर्थिक समृद्धि, कृषि विकास, पशुधन, औद्योगिक विकास, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स, पर्यटन विकास, नगर विकास एवं अवस्थापना विकास का चयन किया गया है। उन्होंने बैठक में मौजूद प्रबद्धजन से अपेक्षा की कि आकांक्षी जनपद के विकास हेतु जिले की भौगोलिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए चिन्हित सेक्टरों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव क्यू आर कोड अथवा समर्थउत्तरप्रदेश डाट यूपी डाट जीओवी डाट इन के माध्यम उपलब्ध करा सकते हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश का सपना केवल सरकार का नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का साझा लक्ष्य है। सरकार की कोई भी योजना तभी सफल होती है, जब जनता उसे विश्वास और सक्रिय सहभागिता के साथ आगे बढ़ाती है। विकसित उत्तर प्रदेश की परिकल्पना भी हर प्रदेशवासी के सहयोग से ही साकार होगी। उन्होंने बताया कि जनभागीदारी से विजन डॉक्यूमेंट 2047 का निर्माण करने के उद्देश्य से 500 से अधिक विषय-विशेषज्ञों सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, वैज्ञानिक, कुलपति एवं प्रोफेसर्स, चिकित्सक, सेक्टोरल विशेषज्ञों का पैनल जिलों में संवाद के लिए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि विषय विशेषज्ञों द्वारा जिला, ब्लाक, ग्राम पंचायत, स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय एवं तकनीकी संस्थान में जाकर आमजन व प्रबद्धजन के सुझाव प्राप्त किये जायेंगे। प्रदेश में 01 माह तक संचालित होने वाले सुझाव संकलन अभियान में जनप्रतिनिधि, व्यापारिक संगठन, बुद्धिजीवी, आम जनता से परामर्श लेने के साथ-साथ प्रत्येक परिवार से सुझाव देने का आग्रह किया जा रहा है। हर परिवार सीधे सरकार तक अपने सुझाव दे सकते हैं, चयनित सुझावों को जनपद/प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा।
बैठक के दौरान मौजूद प्रबुद्धजन अशोक मातनहेलिया, रामरतन अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, अम्बिका प्रसाद, गुलाम मोहम्मद, लालता प्रसाद गुप्ता व अमन अग्रवाल आदि उद्यमियों एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने विगत 08 वर्षों में हुए विकास का ब्यौरा प्रस्तुत किया। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने आश्वस्त किया कि विजन डॉक्यूमेंट 2047 के सम्बन्ध में प्राप्त हुए सुझावों के आधार पर सरकार की मंशानुरूप विज़न डाक्यूमेंट तैयार किया जायेगा। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक रामानन्द कुशवाहा, डीएफओ बहराइच राम सिंह यादव व कतर्नियाघाट के सूरज, जिला विकास अधिकारी राज कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी, बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।