डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर ITM के छात्रों ने बनाया “टाइमर मिसाइल” !

पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर ITM के छात्रों ने बनाया “टाइमर मिसाइल” !
सहजनवा – गोरखपुर !
पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर गोरखपुर स्थित आईटीएम गीडा संस्थान के बीसीए तृतीय वर्ष के दो छात्रों, आदित्य और मेराज ने मिलकर एक अनोखा मिसाइल प्रोटोटाइप तैयार किया है, जिसे “टाइमर मिसाइल” नाम दिया गया है। यह मिसाइल विशेष रूप से आतंकियों को निशाना बनाएगी और इसका पूरा नियंत्रण सेना के हाथ में होगा। छात्र आदित्य के अनुसार इस मिसाइल में एक विशेष टाइमर ट्रिगर सिस्टम लगाया गया है, जिससे यह दुश्मन के इलाके में गिरने के बाद सेना के निर्देशानुसार सक्रिय होकर अपना कार्य कर सकती है। मेराज ने बताया कि इसमें एक सैटेलाइट कैमरा भी लगाया गया है, जिससे टारगेट क्षेत्र के आसपास की लोकेशन की जानकारी मिलती है और सेना इस सूचना के आधार पर रिमोटली भी मिसाइल को ट्रिगर कर सकती है।
यह मिसाइल गिरने के बाद टारगेट लोकेशन से ऑडियो और वीडियो डेटा सेना के कंट्रोल रूम तक भेज सकती है, जिससे वहाँ की वास्तविक स्थिति का आकलन किया जा सके। अगर उस स्थान पर आतंकी गतिविधियाँ पाई जाती हैं, तो इसे रिमोट से ब्लास्ट भी किया जा सकता है। इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि इसे डिफ्यूज करना लगभग असंभव होगा क्योंकि इसका पूरा कमांड सिस्टम सिर्फ भारतीय सेना के पास रहेगा। छात्रों ने इसका एक वर्किंग प्रोटोटाइप मॉडल भी तैयार किया है, जो सेना के आदेश से ही सक्रिय होता है। इसकी लंबाई लगभग 3 फीट, चौड़ाई 4 इंच और वजन लगभग 1 किलोग्राम है। यह मिसाइल एक विशेष कोड के माध्यम से इंटरनेट या ईमेल द्वारा दुनिया के किसी भी कोने से लॉन्च की जा सकती है।
छात्र आदित्य का कहना है कि यह दुनिया की पहली ऐसी टाइमर मिसाइल होगी जो निर्दोषों को नुकसान नहीं पहुँचाएगी, बल्कि केवल अपने लक्षित दुश्मनों को ही निशाना बनाएगी। छात्रों ने इसे कॉलेज की लैब में तैयार किया है और इसमें इंटरनेट कैमरा, अलार्म, रेडियो ट्रिगर, टाइमर सेंसर, मेटल फाइबर, स्मार्ट वॉच आदि का उपयोग किया गया है। कुल लागत लगभग ₹25,000 से ₹30,000 के बीच आई है।
संस्थान के निदेशक डॉ. एन.के. सिंह ने छात्रों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे छात्र डॉ. कलाम के विचारों से प्रेरणा लेकर देशहित में नई तकनीकों का निर्माण कर रहे हैं। टाइमर मिसाइल का यह प्रोटोटाइप आतंकवाद विरोधी प्रयासों में अहम भूमिका निभा सकता है। संस्थान छात्रों को इस प्रकार के नवाचारों के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करता रहेगा।” इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष श्री नीरज मातनहेलिया, सचिव श्री श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्री निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव श्री अनुज अग्रवाल सहित सभी संकाय सदस्यों ने छात्रों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।