दूसरों को छत देने वाला डूडा विभाग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।

दूसरों को छत देने वाला डूडा विभाग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।
डूडा विभाग के कर्मचारियों का कब जर्जर भवन का छात्र निकालकर गिर जाए और सर खून से लाल हो जाये पता नहीं।
ब्यूरो- रिपोर्ट कैलाश पति मौर्य
संत कबीर नगर – घर व छत देने डूडा विभाग आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है आज डूडा विभाग का आफिस खलीलाबाद के पुरानी तहसील के जर्जर भवन जो पूर्व में एस0 डी0 एम0 कार्यालय था। उस भवन की स्थिति देख कर उसके अंदर जाने की हिम्मत नहीं होगी क्योंकि कब छत का कंकरीट सरिया को छोड़ कर गिर जाये पता नहीं।
यह भवन पूरी तरह से मौत का घर बन चुका है ,कही कही छत सरिया छोड़ चुका है छत की सरिया भी जंग लगी हुई दिखाई दे रहा है। अगर उस भवन को देखा जाये तो कही से डूडा विभाग नहीं लगता है , यहां तक कि इस भवन का गेट भी टूटा हुआ है