DM की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक।

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डीएम अक्षय त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक।
रिपोर्ट दिलशाद अहमद ।
बहराइच ।
वृहस्पतिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान आयुष्मान भारत की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने निर्देश दिया कि जनपद में कुल आयुष्मान कार्डधारकों की संख्या, उपचारित कार्ड होल्डरों की संख्या एवं जनपद व जनपद के बाहर तथा इम्पैनल्ड चिकित्सालयों में कार्डधारकों द्वारा कराये गये उपचार का विवरण उपलब्ध कराया जाय। इसके अलावा इम्पैनल्ड चिकित्सालयों द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सा सुविधाओं का विवरण भी उपलब्ध कराया जाय। साथ ही हेल्थ एटीएम द्वारा उपचारित मरीज़ों की संख्या भी उपलब्ध करायी जाय। टीकाकरण कार्य का मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से 02-02 ब्लाकों का पर्यवेक्षण कराया जाय। सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी दशा में टीकाकरण सत्र छूटने न पाये। यदि अपरिहार्य कारणों से टीकाकरण सत्र छूट जाता है तो आगामी 03 दिवसों में छूटे हुए लक्षित वर्ग का टीकाकरण अवश्य करा दिया जाय।
डीएम ने निर्देश दिया कि समस्त सरकारी चिकित्सालयों एवं सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों में आग से सुरक्षा के लिए माकूल बन्दोबस्त सुनिश्चित किये जाये। बैठक के दौरान बताया गया कि जनपद के सभी 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से नानपारा को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (नकास) प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार जिले के 100 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों का दस्तावेज़ भी नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट के पेार्टल पर अपलोड किया गया था जिसमें 37 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों का भारत सरकार की टीम द्वारा निरीक्षणोंपरान्त प्रमाण-पत्र जारी किया गया है। डीएम ने निर्देश दिया कि शेष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों में कमियों को दूर करते हुए नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करने के प्रयास किये जायें।
डीएम द्वारा निर्देश दिये गये कि चेकलिस्ट के अनुसार प्रत्येक माह 10 प्रतिशत एम्बुलेन्स की चेकिंग की जाय। क्षयरोग नियन्त्रण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान डीएम ने निर्देश दिया कि क्षय रोग खोजी अभियान अन्तर्गत समस्त विकास खण्डों में रोगियों की पहचान कर उपचार के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही की जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि अधिक से अधिक सक्षम लोगों को क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए प्रेरित भी किया जाय। प्रत्येक आशा के 03 माह के कार्यों की समीक्षा की जाय। अपने पदेन उत्तरदायित्वों के प्रति उदासीन व लापरवाह आशाओं के विरूद्ध कार्यवाही की जाय। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा संजय कुमार, सीएमएस डॉ एम.एम. पाण्डेय, डीएचईआईओ बृजेश सिंह, डीपीएम सरजू खान, आयुष चिकित्सक डॉ पीयूष, सम्बन्धित एमओआईसी व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।