देश के जवानों की सुरक्षा के लिए बीटेक छात्राओं ने बनाई ‘आर्मी सेफ्टी घड़ी

देश के जवानों की सुरक्षा के लिए बीटेक छात्राओं ने बनाई ‘आर्मी सेफ्टी घड़ी
गोरखपुर – गोरखपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीडा की बीटेक द्वितीय वर्ष की पाँच होनहार छात्राओं ( अदिति सिंह, मानशी सिंह, साक्षी सिंह, प्रगति वर्मा और आफरीन खातून ) ने मिलकर देश की सेना के लिए एक अत्याधुनिक ‘आर्मी सेफ्टी घड़ी’ (एंटी-टेररिस्ट अटैक सेफ्टी वॉच) तैयार की है। यह घड़ी न केवल समय बताती है, बल्कि आतंकवादी हमलों के समय तत्काल सहायता के लिए 10 सेकंड के भीतर आर्मी हेडक्वार्टर, एटीएस (एटीएस) और स्थानीय पुलिस को अलर्ट भेज सकती है।
अदिति सिंह ने बताया कि यह घड़ी भविष्य में पहलगाम जैसे क्षेत्रों में पर्यटकों पर होने वाले आतंकी हमलों को रोकने में सहायक हो सकती है। इसके माध्यम से सैनिक जरूरत पड़ने पर दुश्मनों पर गोलियां भी चला सकते हैं।साक्षी सिंह ने बताया कि इस डिवाइस के दो मॉडल तैयार किए गए हैं — एक मोबाइल नेटवर्क आधारित और दूसर रेडियो फ्रिक्वेंसी पर आधारित। पहाड़ी क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता में भी यह घड़ी आपात स्थिति में सैनिकों व पर्यटकों को सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क करने में सक्षम बनाती है।इस घड़ी में एक सुरक्षा बटन लगा है, जिसे दबाते ही एक कोड सक्रिय होता है और कई किलोमीटर दूर स्थित रिसीवर पर तेज़ अलार्म बज उठता है। इससे संबंधित एजेंसियों को खतरे की तत्काल जानकारी मिल जाती है।
मानशी सिंह और प्रगति वर्मा ने बताया कि यह घड़ी सैनिकों के लिए भी बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती है। घायल होने की स्थिति में सैनिक घड़ी की मदद से मेडिकल सहायता मांग सकते हैं। इसके अलावा यह डिवाइस दुश्मन की नज़रों में आए बिना दूर से गन ट्रिगर करने की सुविधा भी प्रदान करती है। आफरीन खातून ने बताया कि घड़ी को तैयार करने में लगभग ₹15,000 खर्च और 10 दिन का समय लगा। इस घड़ी को तैयार करने में रेडियो ट्रांसमीटर-रिसीवर, जीपीएस चिप, मोबाइल सर्किट, अलार्म सिस्टम, 3.7 वोल्ट बैटरी और ब्लूटूथ जैसी तकनीकों का प्रयोग किया गया हैयह घड़ी न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत है, बल्कि हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम भी है।
संस्थान के निदेशक डॉ. एन.के. सिंह ने इस अभिनव परियोजना की सराहना करते हुए कहा, “देश के लिए कुछ नया और उपयोगी बनाने का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। छात्राओं का यह नवाचार ‘मेक इन इंडिया’ को नई दिशा देगा और युवाओं में देश सेवा की भावना को और प्रबल करेगा।”इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष श्री नीरज मातनहेलिया, सचिव श्री श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्री निकुंज मातनहेलिया एवं संयुक्त सचिव श्री अनुज अग्रवाल ने छात्राओं की इस अभिनव उपलब्धि पर शुभकामनाएँ और बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की।