दरगाह सैय्यद सालार मसऊद गाजी के आस्ताने पर होंगे समस्त धार्मिक अनुष्ठान

दरगाह सैय्यद सालार मसऊद गाजी के आस्ताने पर होंगे समस्त धार्मिक अनुष्ठान
हाईकोर्ट के आदेश का प्रशासन ने लिया संज्ञान अग्निशमन, साफ-सफाई, सुरक्षा व चिकित्सा व्यवस्था में टीमे तैनात
श्रद्धालु/जायरीन आस्ताने गाज़ी पर पहुंच कर कर रहें है जियारत
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच। हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक विश्व प्रसिद्ध आस्ताना हजरत सैय्यद सालार मसऊद गाजी रह. की दरगाह पर सालाना जेठ मेला 2025 को लेकर जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई रोक के विरुद्ध दरगाह प्रबंध समिति द्वारा दायर की गई जनहित याचिका की हाईकोर्ट लखनऊ की स्पेशल बेंच ने दोनों पक्षों की दलीले सुनी थी। कोर्ट ने दरगाह शरीफ मे होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों की अनुमति देने के साथ श्रद्धालुओं के आने जाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए देते हुए कहा था कि जायरीनो को कहीं पर भी रोका न जाए मध्यम संख्या में जायरीन आस्ताने पर पहुंच कर अपनी आस्था व्यक्त कर सकते है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद श्रद्धालुओं को बैरिकेटिंग लगाकर जगह-जगह पुलिस की रोका-टोकी शुरू रही जिससे श्रद्धालुओं में मायूसी रही। तमाम भ्रम को दूर करते हुए डीएम मोनिका रानी ने हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के अंतरिम आदेश – के अनुक्रम में दरगाह शरीफ में की गई सुरक्षा चिकित्सा, सफाई व अग्निशमन व्यवस्था के कार्मिकों की सूची दरगाह प्रबन्ध समिति – अध्यक्ष बकाउल्लाह को मुहैया कराई है। उल्लेखनीय है कि प्रबन्ध समिति अध्यक्ष बकाउल्ला ने डीएम को पत्र प्रेषित कर हाईकोर्ट के – अंतरिम आदेश के अनुपालन में वर्णित सुविधाओं व सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। इस पत्र के प्रतिउत्तर में डीएम ने सभी विभागों से दरगाह में प्रदत्त सुविधाओं की आख्या मांगी। दरगाह कमेटी के बेहतर सहयोग व तालमेल की आख्या विभागों से मिलने – के बाद डीएम ने दरगाह प्रबंधन समिति अध्यक्ष को पूरी डिटेल मुहैया कराई है। डीएम मोनिका रानी ने अग्निशमन व्यवस्था, सफाई – व्यवस्था व चिकित्सा व्यवस्था में तैनात कार्मिकों की संख्या, नाम व मोबाइल नम्बर भी दरगाह कमेटी को मुहैया कराया है। डीएम ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि जायरीनों की सुरक्षा व सुविधा के साथ-साथ भीड़-भाड़ नियंत्रित करने के लिये पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन ने कहा कि मूल भूत सुविधाओं के माकूल इंतजाम किए गए है। कुल मिलाकर दरगाह में श्रद्धालुओं के आवागमन को लेकर बनी भ्रम की स्थिति पर जिला प्रशासन ने पर्दा उठा दिया है और स्पष्ट निर्देश देते हुए दरगाह में सुरक्षा व्यवस्था सहित तमाम प्रबंधन के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है।