बहराइच- सैय्यद सालार मसूद गाजी दरगाह कमेटी का बड़ा फैसला

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बहराइच- सैय्यद सालार मसूद गाजी दरगाह कमेटी का बड़ा फैसला, ठेकेदारों को माफ किए करोड़ों रुपये ।
ब्यूरो रिपोर्ट – दिलशाद अहमद ।
सहयोगी- सफी खान ।
आज का भारत लाइव
बहराइच-
बहराइच की सैय्यद सालार मसूद गाजी दरगाह कमेटी ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए वार्षिक ठेकेदारों को करोड़ों रुपये माफ करने का निर्णय लिया है। गश्ती ठेकेदार को करीब 45 लाख रुपये और सीन्नी/चादर ठेकेदार को करीब 57 लाख रुपये की छूट दी गई है। यह फैसला दरगाह प्रबंधन कमेटी ने विचार-विमर्श के बाद लिया है, जिसका उद्देश्य ठेकेदारों को राहत प्रदान करना है।
*फैसले के संभावित प्रभाव*
दरगाह शरीफ कोष पर इस फैसले का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे स्कूल, कॉलेजों और कर्मियों के वेतन के साथ अन्य विकास कार्यों की गति धीमी हो सकती है। कुछ लोगों का मानना है कि यह निर्णय दरगाह शरीफ के हित में नहीं है और इससे दरगाह शरीफ के अधीन विकास कार्यों की गति धीमी होगी।
*दरगाह की पृष्ठभूमि*
सैय्यद सालार मसूद गाजी दरगाह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। दरगाह का इतिहास 1375 में फिरोजशाह तुगलक द्वारा बनवाई गई थी और यह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। दरगाह पर हर साल जेठ के महीने में एक महीने का उर्सत चलता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों लोग आते हैं।
निष्कर्ष –
सैय्यद सालार मसूद गाजी दरगाह कमेटी का यह फैसला दरगाह के प्रबंधन और श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। यह दरगाह की गतिविधियों और महत्व को दर्शाता है और दरगाह प्रबंधन की जिम्मेदारी को उजागर करता है। दरगाह प्रबंधन को वित्तीय मामलों को संभालने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने होते हैं और इस फैसले के बाद दरगाह की वित्तीय स्थिति पर नजर रखनी होगी।