बहराइच- जनपद की 976 ग्राम पंचायतों में कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी लगायेंगे किसान पाठशाला।

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जनपद की 136 न्याय पंचायतों की 976 ग्राम पंचायतों में कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी लगायेंगे किसान पाठशाला।
किसानों की आय वृद्धि को देंगे तकनीकी जानकारी!
ब्यूरो रिपोर्ट – दिलशाद अहमद !
बहराइच –
उप कृषि निदेशक टी०पी० शाही ने बताया गया कि आज दिनांक 30 नवम्बर 2024 को शासन के निर्देश के क्रम में जनपद की 136 न्याय पंचायतों की 976 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी/किसान पाठशाला का आयोजन कराये जाने के दृष्टिगत कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों/अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। कृषि भवन सभागार बहराइच में आयोजित किसान पाठशाला हेतु क्षेत्रीय कर्मचारियों के प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुये उप कृषि निदेशक श्री टी०पी० शाही ने उपस्थित कर्मचारियों को निर्देश दिया कि किसानों की आय बढ़ाने हेतु फसलोत्पादन की तकनीकी जानकारी कृषि विविधीकरण अपनाकर आय वृद्वि की जा सकती है। जनपद में 84 कृषक उत्पादक संगठनों का गठन कराया गया है। जो अच्छा कार्य कर रहे है। किसान पाठशाला गोष्ठी के आयोजन के दौरान इन एफ०पी०ओ० के सदस्यों को भी आमंत्रित किया जाय तथा उनका भी सम्बोधन कराया जाय। जनपद के कई किसान अच्छा कार्य कर रहे है। उन प्रगतिशील किसानों को पाठशाला गोष्ठी में आमंत्रित कर उनकी भी सफलता की कहानी प्रस्तुत करायी जाय। किसान पाठशाला आयोजित कराने का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि एवं ऐलाइड विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान कर तथा उन्हें प्रशिक्षित कर आय वृद्धि करना है। उप निदेशक, कृषि ने कर्मचारियों से कहा कि आप सभी ग्राम पंचायतों में पाठशाला लगाने जा रहें। उन ग्रामों के राजस्व लेखपाल एवं ग्राम प्रधान के माध्यम से अधिक से अधिक फार्मर रजिस्ट्री करें तथा उन्हें बतायें कि जब तक आप फार्मर रजिस्ट्री नहीं कराते है, तब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया के प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने-अपने क्षेत्र के 02-02 किसानों के यहां प्रदर्शन करायें।
.बैठक में उपस्थित कृषि वैज्ञानिक डा० शैलेन्द्र सिंह ने किसानों को रबी फसलों की समय से बुवाई संतुलित उर्वरकों का प्रयोग तथा समय से सिंचाई के साथ-साथ नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटाश का उपयोग सही ढंग से करना है तथा सीडड्रिल एंव सुपर सीडर कृषि यन्त्र का उपयोग कर लाईन से बुवाई के माध्यम से उत्पादकता में 10 से 15 प्रतिशत वृद्धि की जा सकती है। कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के प्रभारी अधिकारी डा० संदीप कनौजिया ने कृषि की नवीनतम तकनीकी जानकारी उपलब्ध करायी तथा किसानों के आय वृद्धि के टिप्स दिये । जिला कृषि अधिकारी, बहराइच डा० सूबेदार यादव ने उपस्थित कर्मचारियों को बताया कि 40 हजार मीट्रिक टन डी०ए०पी०सहकारी समितियो पर भेजी गयी। जिले में अन्य जनपदों की अपेक्षाकृत सबसे अधिक गेहूँ बीज का आवंटन कराकर जिले में वितरण कराया गया है। और अधिक बीज प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। उपस्थित कर्मचारियों को एन०पी०के० एवं एस०एस०पी० उर्वरकों का उपयोग की सलाह किसानों को उपलब्ध करायें। नैनो डी०ए०पी० एवं नैनो यूरिया का उपयोग किसानों में कराने हेतु अपने-अपने क्षेत्र में कम से कम दो किसानो के यहाँ प्रर्दशन करायें। इससे किसानों को नैनो डी०ए०पी० एवं नैनो यूरिया के लाभ का सही आंकलन हो सकेगा। तथा वे इन उर्वरकों का उपयोग कर लाभान्वित होगे। डा०प्रिया नन्दा जिला कृषि रक्षा अधिकारी बहराइच ने उपस्थित कर्मचारियों को बायोपेस्टीसाईडस् एवं बायोफर्टिलाइजर का उपयोग करने की विस्तृत जानकारी दी। उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी कैसरगंज श्री शिशिर कुमार वर्मा ने कृषक उत्पादक संगठन की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी तथा सलाह दी कि विकासखण्ड में कार्यरत एफ०पी०ओ० से जुड़े अधिक से अधिक किसानों को उद्यमी बनायें जिससे उनकी आय वृद्धि हो सके। सहायक रेशम विकास अधिकारी श्री अखिल कुमार ने रेशम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। जिला उद्यान अधिकारी बहराइच के वरिष्ठ निरीक्षक श्री ओम प्रकाश त्रिपाठी ने औद्यानिक फसलों के उत्पादन तथा विविधिकरण की विस्तृत जानकारी दी। डा० जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी सहायक निदेशक मत्स्य ने मत्स्य उत्पादन कर आय वृद्धि की जानकारी दी। उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर एवं कैसरगंज द्वारा क्षेत्रीय कर्मचारियों को फार्मर रजिस्ट्री करने ऐप डाउनलोड कराया गया तथा प्रोजेक्टर के माध्यम से बिन्दुवार फार्मर रजिस्ट्री कराने की जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-ए श्री अरविन्द कुमार, श्री सुधाकर शुक्ला, श्री पंकज कुमार, श्री कुलदीप कुमार आदि सैंकड़ो कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी उपस्थित रहें।