बहराइच युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना: डीएम

बहराइच युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना: डीएम
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 10 मई। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को देर शाम आयोजित मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिया कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बैंकों से समन्वय हेतु नोडल अधिकारी नामित कराएं। डीएम ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उत्पादन कार्यों के लिए प्रशिक्षित करें तथा योजनान्तर्गत मशीनों की स्थापना कर उन्हें विभिन्न ट्रेडों से जोड़ा जाय। डीएम ने सुझाव दिया कि इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत नवाचार को प्रोत्साहित कर प्रत्येक ब्लाक में ब्लाक की भौगोलिक परिस्थिति तथा अनुकूलता को देखते हुए प्रोजेक्ट्स लगाये जायें।
डीएम ने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी बैठकों पर फोकस करने के बजाय गांव-गांव भ्रमण कर क्षेत्रीय सर्वें के आधार पर उपलब्ध संसाधनों, माकेर्टिंग की संभावनाओं को मद्देनज़र रखते हुए पात्र एवं उत्साही लोगों को प्रेरित कर योजना से जोड़ें। डीएम ने निर्देश दिया कि विभिन्न विभागों के अधिकारियों के लिए लक्ष्य आवंटित कर आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक से विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं से योजनान्तर्गत आवेदन कराकर उन्हें लाभान्वित किया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि गोशालाओं एवं मन्दिरों के आस-पास गोबर एवं अन्य कृषि अवशेषों से तैयार होने वाले उत्पादों की निर्माण इकाईयों की स्थापना करायें।
डीएम ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि योजनान्तर्गत कृषि आधारित यूनिटों जैसे विभिन्न प्रकार के मसाला, बांस एवं लकड़ी से निर्मित होने वाले फर्नीचर एवं कलाकृतियों, लोहे के औज़ार, दोना पत्तल मेकिंग मशीन, केले व आलू से चिप्स तैयार करने, यूनिक मोमेन्टो मेकिंग, होजरी, विभिन्न मैटेरियल से तैयार होने वाली मूर्तियों एवं कलाकृतियों, गुड़ से तैयार होने वाले उत्पादों, गजक, दालमोट, नमकीन तथा अन्य प्रकार के स्नैक्स बनाने की मशीनों व उपकरणों को लगाकर अपने व परिवार के लिए स्थाई आजीविका के लिए लोगों को प्रेरित कर उन्हें प्रशिक्षित करें तथा युवा रोजगार की इस योजना से सभी पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें। डीएम ने कहा कि स्थापित प्रोजेक्ट्स को दीर्घकालीन स्थायित्व प्रदान करने के लिए यह भी आवश्यक है कि लाभार्थियों को तैयार प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग व मार्केटिंग में भी अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाय।
उपायुक्त उद्योग के प्रतिनिधि जे.पी. यादव ने बताया कि शासन द्वारा जिले को आंवटित लक्ष्य 1700 के सापेक्ष विभिन्न बैकों को 951 ऋण आवेदन प्रेषित है जिसमें बैकों द्वारा 172 पर स्वीकृति तथा 123 पर वितरण की कार्यवाही की गयी। इस स्थिति पर डीएम ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए बैंकों को निर्देश दिया कि प्रेषित आवेदन-पत्रों पर समयबद्धता के साथ कार्यवाही करें। बैंकों द्वारा जो भी आवेदन स्वीकृत किये जायें उनमें समय से वितरण की कार्यवाही की जाय। स्वीकृत एवं वितरण में अन्तर नहीं होना चाहिए। बैंकवार समीक्षा के दौरान एचडीएफसी बैंक, यूनियन बैंक तथा बैंक आफ बड़ौदा की प्रगति खराब होने पर सुधार के लिए चेतावनी दी गयी। सम्बन्धित अधिकारियों को हर पखवाड़े योजना की समीक्षा करते रहने के निर्देश दिये गये।
डीएम ने निर्देश दिया कि आवेदन के समय ही यह देख लिया जाय कि आवेदक पर कोई और लोन बकाया तो नहीं है, बैंक में सिविल कैसी है इत्यादि की जांच के साथ निराकरण करने के पश्चात ही आवेदन कराएं जिससे अधिकाधिक आवेदित लोगों को योजना का लाभ मिल सके। डीएम ने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों व खण्ड विकास अधिरकारियों को निर्देश दिया कि बैंकों से समन्वय कर आवेदन स्वीकृति में आ रही बाधा का समाधान करायें। जिससे आवेदक अनावश्यक रूप से परेशान न हों।
उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिया गया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान की पात्रता, आवेदन की प्रक्रिया इत्यादि के विवरण से सम्बन्धित होर्डिंग्स, बैनर व पैम्फलेट छपवाकर व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं ताकि अधिक से अधिक युवा इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, डीसीएनआरएलएम, बीडीओ, अधि.अषि. नगर पालिका, राजकीय आईटीआई, कौशल विकास मिशन के प्रबन्धक, बैकों के जिला समन्वयक, एलडीएम सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।