बहराइच भोजन गुणवत्ता जांच के लिए नामित अधिकारियों के साथ डीएम ने की बैठक

बहराइच भोजन गुणवत्ता जांच के लिए नामित अधिकारियों के साथ डीएम ने की बैठक
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 14 मई। जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय आश्रम पद्धति इण्टर कालेज एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर खाद्य सामग्री की आपूर्ति एवं उसकी गुणवत्ता ठीक न होने के सम्बन्ध में प्राप्त होने वाली शिकायतों के दृष्टिगत जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर समस्त एस.डी.एम., बी.डी.ओ., खाद्य सुरक्षा अधिकारी व पूर्ति निरीक्षक द्वारा आकस्मिक रूप से शिक्षण संस्थाओं व सी.एच.सी. की जांच की गई।
मंगलवार को देरशाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जांच समिति के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में जांच आख्या की समीक्षा करते हुए आपूर्ति खाद्य सामग्री व भोजन की गुणवत्ता इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निरीक्षण के दौरान खाद्यान्न आपूर्ति सामग्री से सम्बन्धित अभिलेखों को भी देखें तथा निर्धारित मेन्यू का अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जाय। डीएम ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम मिलने पर सम्बन्धित को उपस्थिति बढ़ाने के लिए निर्देशित भी किया जाय।
डीएम ने निर्देश दिया कि सभी संस्थाओं में एसएचजी की तैनाती के साथ-साथ समयबद्ध भुगतान भी कराया जाय तथा सभी एसएचजी को फूड लाइसेन्स भी दिलाया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसी स्थान पर अधोमानक या एक्सपायरी सामग्री के उपयोग में लाये जाने की बात सामने आती है तो फूड सैम्पलिंग की कार्यवाही अमल में लाई जाय। बैठक के दौरान बीडीओ नवाबगंज द्वारा बताया गया कि भुागतान लम्बित होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एसएचजी द्वारा भोजन आपूर्ति नहीं की जा रही है। इस स्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिया कि तत्काल भुगतान कराएं ताकि समूह द्वारा भोजन आपूर्ति प्रारम्भ की जा सके। डीएम ने यह भी कहा कि समूह द्वारा आपूर्ति न किये जाने की दशा में अन्य व्यवस्था करें जिससे मरीज़ों को भोजन व पुष्टाहार की आपूर्ति होती रहे।
डीएम ने समस्त उप जिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि क्षेत्रान्तर्गत समस्त पोखरों व जलाशयों को पानी से भरवा दिया जाय तथा क्षेत्र में स्थापित सभी हैण्डपम्पों व नलकूपों का क्रियाशील स्थिति में रखा जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि क्षेत्र में स्थापित हैण्डपम्पों का सर्वे कराकर खराब पड़े हैण्डपम्पों को दुरूस्त करा दें ताकि आमजन को पेयजल की समस्या न हो। ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव जैसी समस्या के समाधान के लिए डीएम ने वर्षा ऋतु से पूर्व नाली-नालों की सफाई कराये जाने के भी निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, एसडीएम, बीडीओ व अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।