आधा दर्जन सरकारी चिकित्सक नर्सिगहोम पर दे रहें दस्तक

आधा दर्जन सरकारी चिकित्सक नर्सिगहोम पर दे रहें दस्तक
उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश कुमार पाठक ने अपने अंदाज में जो सीख सरकारी डाक्टरों को देते हैं उस पर डाकटरों द्वारा पलीता लगाने का काम किया जा रहा है। बताते चलें कि सरकारी अस्पतालों को कितना बेहतर बना दिया जाय इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री हमेंशा गम्भीर रहते हैं। लेकिन अस्पतालों पर तैनात चिकित्सक कितनी ब्यवस्था सरकारी अस्पतालों पर खराब हो जाय इसे लेकर सरकारी चिकित्सक बेहद गम्भीर दिखाई देते हैं। सबसे बेहद गम्भीर बात यह है कि शासन ने सरकारी डाक्टरों को हमेंशा हिदायत देते हैं कि प्राईवेट अस्पताल चलाने वाले सरकारी चिकित्सक के खिलाफकठोर कार्यवाही की जाएगी। लेकिन शासन जितना कठोर कार्यवाही की बात कर रहा है चिकित्सक उतना ज्यादे मनमानी करने पर आमादा हैं। सूत्रों की बातों को माने तो जिला मुख्यालय पर धड़ल्ले से चल रहें दर्जन भर अस्पतालों पर सरकारी चिकित्सकों का अपराहन 2 बजे के पास जामवाड़ा देखा जाता है। सबसे मजे की बात यह है कि शासन के निर्देश पर कभी-कभार अभियान चलाकर स्वास्थ्य प्रशासन कुछ प्राइवेट अस्पतालो के खिलाफ कार्यवाही की खानापूर्ति करके यह संदेश देने का प्रयास करता है कि अवैध अस्पताल चलाने वाले बख्से नही जायेंगे, लेकिन महज खानापूर्ति तक ही सीमित रहता है। करीब 1 वर्ष पूर्व एसडीएम खलीलाबाद व डिप्टी सी.एम.ओ. ने जिला मुख्यालय स्थित तीन अस्पतालो के खिलाफकार्यवाही किया था लेकिन उसके बाद स्वास्थ्य प्रशासन भी उदासीन रवैया अपनाने लगा। जिसका नतीजा है कि प्राइवेट अस्पताल संचालक प्रशासन को ठेगा दिखाते हुए अस्पताल संचालित कर रहें है।