सेवानिवृत्त शिक्षक की गयी भावभीनी विदाई

सेवानिवृत्त शिक्षक की गयी भावभीनी विदाई
गोरखपुर-सेवानिवृत्ति एक प्रक्रिया है,जो एक उम्र की पड़ाव के बाद आता है। साथ रहने के बाद जब कोई दूसरा साथी साथ नहीं दिखता है,तो उसके लिए भावना उमड़ती है। परंतु उसकी आध्यात्मिक उन्नति का सफर सुखमय हो, सोचकर आत्म संतोष होता है।
उक्त बातें प्राथमिक शिक्षा संघ के जिला उपाध्यक्ष विपिन बिहारी दुबे ने कहीं । वह विकासखंड पाली के बीआरसी मुख्यालय पर सेवानिवृत्त एक शिक्षक समारोह के बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उनहोंने कहा कि- एक शिक्षक को तब बहुत आत्म संतोष होता है, जब उसके बताए हुए मार्ग पर उसके शिष्य चलते हैं । अनेक पदों पर पहुंचकर अपनी भारतीय संस्कृति परंपरा आगे बढ़ते हुए समाज को एक अच्छी दिशा देने का कार्य करते हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी यज्ञ नारायण वर्मा ने कहा कि- शिक्षा समाज की सबसे बड़ी सेवा है। इसी से समाज की दिशा और दशा तय होती है।
सोमवार को सेवा निवृत्त शिक्षक श्री दुर्गा प्रसाद मौर्या का बीआरसी मुख्यालय पाली पर में शिक्षकों द्वारा बिदाई समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर की गयी। मुख्य अतिथि प्राथमिक शिक्षा संघ के जिला उपाध्यक्ष विपिन बिहारी दुबे थे। उक्त अवसर पर उनके अतिरिक्त खंड शिक्षा अधिकारी यज्ञ नारायण वर्मा, कुलदीप दुबे, सरोज गौतम, अमिता पांडे, प्रदीप कश्यप, सौरभ राज, ब्रह्म सिंह ,अविनाश कुमार, रवि पांडे ,सत्य प्रकाश शुक्ला ,भूमिनाथ त्रिपाठी ,पूजा सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।