32 वें दिन मंडी में संचालित सभी धान क्रय केन्द्र की तौल हुई बंद

32 वें दिन मंडी में संचालित सभी धान क्रय केन्द्र की तौल हुई बंद !!
मंडी के क्रय केन्द्रों पर विजली न होने से किसी भी किसान के धान की नहीं हो पाई तौल !!
आरएफसी ने जनरेटर लगवाकर तौल कराने का दिया निर्देश !!
बस्ती- राज्य कृषि उत्पादन मंडी समिति अमौली में इस बार एबीसीडीई करके कुल 14 क्रय केन्द्र बनाएं गये हैं। आठ नवम्बर से क्रय प्रभारियों द्वारा धान खरीद का शुभारम्भ किसानों को माला पहनाकर आरम्भ किया गया। जबकि शासन द्वारा एक नवम्बर से धान खरीद का दिशानिर्देश जारी किया गया था। धान खरीद के 32 वें दिन मंडी में सचालित सभी धान क्रय केन्द्र विद्युत व्यवस्था न होने से बंद हो गया। मंडी के सभी क्रय प्रभारी, किसान एवं पल्लेदार मंडी में बैठे नजर आए। क्रय केन्द्र का निरीक्षण करने पहुँचे आरएफसी दिनेश चन्द्र मिश्र ने पाया कि मंडी में क्रय क्यूं नहीं हो रहा हैं। पुंछने पर क्रय प्रभारियों ने बताया कि साहब विजली नहीं हैं। जिससे धान खरीद नहीं हो पा रहीं हैं। जिस पर आरएफसी दिनेश चन्द मिश्र ने कहा कि मैं जब भी मंडी आता हूँ तो क्रय केन्द्र बंद ही मिलते हैं। जो घोर लापरवाही को दर्शाता हैं। आरएफसी ने कृषि उत्पादन मंडी क्रय प्रभारी को निर्देशित किया कि अतिशिघ्र ही जनरेटर लगवा कर धान खरीद शुरू कराया जाय। इधर मंडी में दर्जनों धान लदी गाड़िया खड़ी थी, और, किसान इंतजार करने के विवश थे। किसान सावित्री देवी, रविन्द्र कुमार, अमित सिंह, रीता सिंह, रामबहाल चौधरी, ध्रुपचन्द चौधरी, नसरूददीन, अजितेष सिंह, मुन्नालाल चौधरी, शौलेन्द्र कुमार, संजय चौधरी, जितेन्द्र कुमार, अयोध्या प्रसाद पाठक ने कहा कि सुबह से ही आकर विना कुछ खाएं पीएं विजली का इंतजार कर रहें है। कहा कि अगर जानकारी रहीं होती तो आज न आकर दूसरे दिन धान लाते। अब जितने दिन ट्राली खड़ी रहेगी उसका अलग से भाड़ा देना पड़ेगा।
साऊंघाट प्लास्टिक काम्प्लेक्स क्रय केन्द्र व साऊंघाट प्लास्टिक काम्प्लेक्स एफ के क्रय प्रभारी सुभाष सिंह द्वारा किसानों के धान की तौल कराई जा रहीं थी। जबकि मंडी के खादय एवं रसद के क्रय प्रभारी विनाद कुमार कुशवाहा, मोहम्मद सईद, नेहा सिंह, कमलेश कुमार शाही, घनशयाम, हरिनाथ व सतेन्द्र कुमार सिंह द्वारा विद्युत अभाव में धान खरीद नहीं की जा रहीं थी।
आरएफसी दिनेशचन्द मिश्र ने कहा कि मंडी की विद्युत आपूर्ति कहीं से खराब होगी। जिस कारण से आज धान खरीद प्रभावित हुआ हैं।