भारतीय किसान यूनियन (चौ0 नरेश टिकैत) द्वारा जनपद के किसानों की समस्याओं को लेकर 09 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया।

भारतीय किसान यूनियन (चौ0 नरेश टिकैत) द्वारा जनपद के किसानों की समस्याओं को लेकर 09 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया।
ब्यूरो रिपोर्ट- के0पी0 मौर्य
संत कबीर नगर – आज दिनांक 17 अक्टूबर 2025 को भारतीय किसान यूनियन चौ0 नरेश टिकैत के बैनर तले जनपद संत कबीर नगर के भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष राम सागर चौधरी अपने कार्यकर्ताओं सहित जिलाधिकारी कार्यालय पर आकर जनपद के किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु अपनी 09 सूत्रीय मांगों को रखते
हुए जिलाधिकारी को लिखित ज्ञापन दिया।
भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष राम सागर चौधरी ने बताया कि जनपद के अन्नदाता किसान आज भी अनेक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं कृषि लागत बढ़ने तथा उत्पादन मूल्य घटने व समय पर भुगतान ना होना, प्राकृतिक आपदाओं और आवारा पशुओं का प्रकोप किसानो को आर्थिक रुप से कमजोर बना दिया है।
खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है, किसान की उचित मूल्य और सम्मान उस प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा थी जनपद में किसानों को हो रही खाद की समस्या से तत्काल निजात दिलाया जाय तथा खाद का मूल्य निर्धारित किया जाए।
जनपद में पूर्व की भांति ही मकर संक्रांति के अवसर पर मगहर में मकर संक्रांति के अवसर पर मगहर महोत्सव मनाया जाय क्योंकि वर्तमान सरकार मकर संक्रांति के अवसर पर मगहर महोत्सव को रोक कर बाद में मनाने का निश्चय किया।
जिससे मगहर महोत्सव फीका पड़ गया है।
सड़कों की किनारे से सूखे पेड़ों व झाड़ियों को तत्काल कटवाए जाय जिससे लोगों को आने-जाने में सुविधा हो क्योंकि कभी-कभी सड़कों के मोड़ पर घने झाड़ियां होने की वजह से दूसरे तरफ से आते हुए साधन दिखाई नहीं देते हैं जिससे कि हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
जनपद में तमाम टूटी-फूटी सड़के है जिससे राहगीरों को चलने के लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ती है। अतः उन सड़कों का तत्काल निर्माण कराया जाए।
धनघटा तहसील अंतर्गत उमरिया बाजार में पुलिस द्वारा दो माह पूर्व हुईं सुरजीत हत्याकांड का खुलासा आज तक नहीं किया गया है उसको तत्काल कराया जाए
जनपद के हर छोटी नहर में पानी चालू कराया जाए।
जनपद के हर ब्लॉक पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था कराई जाए।
जनपद संत कबीर नगर में बिरहर घाट पुल पर दोनों तरफ सुरक्षा की दृष्टि कोण से लोहे के मजबूर जाली लगाई जाए।
यह हमारी मांग नहीं है बल्कि जनपद के लाखों किसानों की भावना और आवश्यकताएं है जो उनकी भावनाओं से जुड़ी है और अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में भारतीय किसान यूनियन बड़े पैमाने पर धरना और आंदोलन करने को बाध्य होगा।