संत कबीर नगर – ग्राम चौपाल में जलनिगम के खिलाफ भड़के ग्रामीण !

Oplus_16777216
ग्राम चौपाल में जलनिगम के खिलाफ भड़के ग्रामीण !
हैंसर क्षेत्र के घोरांग गांव में विधायक और डीएम की मौजूदगी में हुआ ग्राम चौपाल का आयोजन !
धनघटा- सन्तकबीर नगर !
विकास खण्ड हैंसर बाजार अन्तर्गत शहीद सत्यवान सिंह के पैतृक गांव घोरांग में मंगलवार को आयोजित ग्राम चौपाल में जलनिगम के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा उभर कर सामने आया। विधायक गणेश चौहान, जिलाधिकारी आलोक कुमार व सीडीओ की मौजूदगी में गांव में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति देखी गई। इस दौरान विधायक गणेश चन्द चौहान ने गांव के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं के पूरा होने का भरोसा दिया। उन्होंने गांव स्थित अमृत सरोवर पर शहीद सत्यवान सिंह की प्रतिमा हेतु छह लाख रुपये विधायक निधि से जारी कर दिया। इस बाबत पत्र सीडीओ को सौंप दिया गया।
चौपाल का संचालन करते हुए सीडीओ ने बारी बारी से गांव में संचालित होने वाले विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की फीडबैक जानकारी ली। संवाद के दौरान बात जब जल निगम की आयी तो वहां चौपाल में बैठे ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने बताया कि जलनिगम की लापरवाही से गांव में किसी व्यक्ति के घर अब तक स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति नही की जा रही है। इस पर ग्रामीणों के शोर शराबे के बीच डीएम ने जलनिगम के अधिकारी को तलब कर जबाब मांगा। संबंधित अधिकारी के गोलमोल जबाब पर डीएम ने फटकार लगाई। डीएम ने कहा की गांव में शीघ्र पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाय। सीडीओ ने जब स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में पूछा तो मौके पर कोई स्वास्थ्य कर्मी मोजूद नही था। कुछ देर बाद गांव में तैनात एनम पहुंची तो उन्होंने सवालो का सही ढंग से जबाब नही दिया। आंगनबाड़ी की तीन कार्यकत्रिया मौजूद थी लेकिन सीडीओ द्वारा पूछे गए सवाल का जबाब नही दे पाई। गांव में संचालित महिला समूह की स्थिति संतोषजनक नही पायी गयी।
ग्राम चौपाल के दौरान विधायक और डीएम ने बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों से संवाद किया। ग्रामीणों ने मौके पर अपनी समस्याएं भी रखीं, जिन पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत जांच कर आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया।
गांव की समस्या, गांव में समाधान पर जोर !
जिलाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि चौपाल का उद्देश्य यही है कि ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण गांव में ही किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई भी पात्र परिवार सरकार की किसी भी योजना से वंचित न रहे।
चौपाल में सड़क, पेयजल, नाली, प्रधानमंत्री आवास योजना, वृद्धा एवं विधवा पेंशन, राशन वितरण, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग की योजनाओं समेत राजस्व और स्वास्थ्य से जुड़ी शिकायतें सुनी गईं। डीएम ने एएनएम और आशा बहनों को गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीकाकरण तथा पौष्टिक आहार वितरण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों से लिया फीडबैक !
जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से पूछा कि लेखपाल, ग्राम विकास अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम और आशा जैसी जमीनी स्तर की कर्मी उन्हें योजनाओं की जानकारी और सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं या नहीं। उन्होंने अधिकारियों को गांव-गांव जाकर लाभार्थियों से फीडबैक लेने और पेंडेंसी मामलों को समय सीमा में पूरा कराने का आदेश दिया।
इस मौके पर पूर्व ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख संजय बहादुर सिंह राठौर, उपायुक्त मनरेगा प्रभात द्विवेदी, एसडीएम धनघटा डॉ. सुनील कुमार, परियोजना निदेशक विजयंत कुमार सिंह, तहसीलदार राम जी, उप निदेशक कृषि डॉ. राकेश कुमार सिंह, डीपीआरओ मनोज कुमार, डीपीओ सत्येंद्र सिंह, डीएसओ राजीव कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. तिवारी, बीडीओ हैंसर आर.पी. पांडेय, एडीओ पंचायत दलसिंगार यादव,संजय सिंह राठौर धनंजय सिंह, लक्ष्मी नारायण दुबे,सहित कई अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।