सोशल आडिट की खुलेआम उड़ाई जा रही है धज्जियां

सोशल आडिट की खुलेआम उड़ाई जा रही है धज्जियां
नाथनगर ब्लाक क्षेत्र के डहरौली का है मामला
फर्जी मस्टर रोल के सहारे कराया जा रहा है फर्जी भुगतान
धनघटा – संत कबीर नगर ।-सोशल ऑडिट की खुलेआम धज्जियां उड़ाने का मामला
जहां एक ओर सरकार मनरेगा योजना के अंतर्गत गरीब मजदूरों को हर संभव काम देने की बात कर रही है वहीं दूसरी ओर विकास खंड नाथनगर में भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से ग्राम प्रधानों द्वारा न केवल सोशल आडिट की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है बल्कि फर्जी मस्टर रोल के सहारे फर्जी भुगतान कराये जाने का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही एक मामला विकास खंड नाथनगर के डहरौली गांव का प्रकाश में आया है जहां प्रमिला देवी द्वारा कागजों में फर्जी मास्टर रोल भरा जाता है और फर्जी भुगतान कराया जाता है साथ ही अधिकारियों की मिलीभगत से सोशल आडिट की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं।
जानकारी के अनुसार उक्त गांव में गांव में विकास कार्यों के लिए निर्देशित सूचना पट्ट सीआई पी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं जबकि उक्त बोर्ड का भुगतान भी हो चुका है वहीं पर ग्राम प्रधान के चंद चहेतों के बीच 16 लाख परियोजनाओं की स्कीम खत्म होती नजर आ रही है।जिन कार्य स्थलों पर मनरेगा मजदूरों द्वारा काम करने की बात कही जा रही है, जब मौके पर जाकर पड़ताल की गई तो इंगित कार्यस्थल पर न तो किसी प्रकार का कार्य प्रारंभ होना दिखाई दिया न ही कोई मजदूर मौके पर पाए गए। जबकि मनरेगा योजना के तहत दर्जनों मजदूरों का नाम दर्ज कर उनके द्वारा कार्य किया जाना दिखाया जा रहा है। उधर गांव में निर्धारित सोशल आडिट कार्यक्रम में संबंधित जिम्मेदार अधिकारी सोशल ऑडिट के दौरान गायब मिले। इस तरह के व्यापक घोटाले के प्रयास में ब्लॉक से लेकर जिले के आला अधिकारियों की भी संलिप्तता मालूम पड़ती है। क्योंकि न तो ज़िले से कार्य स्थल का मुआयना करने कोई जिम्मेदार अधिकारी पहुंच रहा है, न ही ब्लॉक से कोई अधिकारी । इससे स्पष्ट होता है कि फर्जी तरीके से मनरेगा मजदूरों का मस्टर रोल भरने के खेल में ब्लॉक से लेकर जिले के विभागीय अधिकारियों की भी मिलीभगत कहीं न कहीं दिखाई दे रही है।गांव मजदूर सुनीता देवी, अमरावती देवी,झिनका देवी, पर्मिला देवी,मनोज कुमार, संजय आदि सहित गांव के अनेक ग्रामीणों ने बताया कि उक्त गांव में विकास के नाम पर सरकारी धन का खुलेआम दोहन किया जा रहा है। इस प्रकार सम्बन्धित अधिकारियों और ग्राम प्रधान की मिली भगत से सरकार और जनता दोनों ठगी का शिकार हो रहे हैं।