जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाने को मजबूर हैं बच्चे।

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जान जोखिम में डालकर विद्यालय जाने को मजबूर हैं बच्चे।
प्राथमिक विद्यालय के 60 बच्चे विद्युत पोल पर बॉस के सहारे जाने को है मजबूर।
प्राथमिक विद्यालय गुलरिहा है उपेक्षा का शिकार।
2018 से अब तक सम्बंधित अधिकारियों ने नहीं ली बच्चों की की सुधी।
गांव के प्रधान को भी नहीं है चिंता इन मासूम बच्चों की।
नहीं परवाह है नन्हे मुन्हें बच्चों की जिंदगी की संबंधित अधिकारियों को।
ब्यूरो रिपोर्ट- के0पी0 मौर्य !
संत कबीर नगर –
संत कबीर नगर जिले के खलीलाबाद ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम तेनुआ माफी मे स्थिति प्राथामिक विद्यालय गुलरिहा के बच्चों को विद्यालय आने जाने के लिए करना पड़ रहा है कठिनाइयों का सामना। विद्यालय में अध्यापन कार्य करने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं ने 2018 से लेकर अब तक रास्ते की समस्याओं ,तथा विद्यालय में बिजली ना होने की शिकायत संबंधित अधिकारियों को दिया गया मगर अभी भी सारी सुविधाओं से आज भी वंचित है। जिसके कारण विद्यालय में छात्रों की संख्या घट कर 60 ही रह गई है
प्राथमिक विद्यालय गुलरिहा में पढ़ रहे छात्र छात्राओ के पढ़ने के लिए विद्यालय के बगल से गुजर रही नहर कें उपर रखे सिर्मेन्टेड विद्युत पोल पर बॉस के सहारे चढ़ कर पार करना पड़ता है। जिससे बच्चो के जान का खतरा हमेशा बना रहता है। बरसात के मौसम मे नहर पूरी तरह से उफान पर है ।
ऐसी स्थिति मे अगर आने जाने वाले किसी बच्चे का पैर फिसल गया तो बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बच्चो के साथ कोई अनहोनी न हों इसके लिए प्राथमिक विद्यालय गुलरिहा के शिक्षक तथा शिक्षिका द्वारा बच्चो के हाथ पकड़कर पोल के रास्ते नहर के इस पार से उस पार कराते है जिससे बच्चे सुरक्षित रहे । विद्यालय भेजते समय बच्चों के परिजन हमेशा चिंतित रहते है ।
वहीं पर बच्चों ने मीडिया को बताया कि नहर पार करते समय काफी डर लगता है और हमारे अध्यापक तथा अध्यापिकाएं हमलोगों का हाथ पकड़ कर पोल और बॉस के सहारे नहर को पार कराते है।
वहां पर उपस्थिति ग्रामीण ने बताया की कुछ दिन पहले उसका नाती नहर पर रखे पोल के रास्तें नहर को पार कर रहा था इस समय संतुलन बिगड़ने से बच्चा नहर में गिर गया था मौके पर उपस्थित ग्रामीण तथा शिक्षक शिक्षिकाएं बच्चों को तुरंत पानी से बाहर निकले और उसकी जान बचा लिए।इस मामले की जानकारी जब जिलाधिकारी को हुआ तो उन्होंने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारियों से बात करके जानकारी लिए और आवश्यक कार्य वही करने का आश्वासन दिया।