मजदूरी करने वाले युवक को बैंक ने भेजा लाखों का नोटिस।
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6 हजार की मजदूरी करने वाले के खाते से हुआ लाखों का ट्रांजेक्शन, बैंक ने भेजा नोटिस।
लाखों के फ्राड मे फंसा मासूम लड़का।
कोतवाली और साइबर क्राइम में दी लिखित शिकायत।
फरवरी से अब तक 82 लाख 52 हजार रुपये का खाते में हुआ ट्रांजेक्शन ।
ब्यूरो रिपोर्ट- कैलाश पति मौर्य।
संत कबीर नगर –
अगर आपका भी बैंक में है खाता ,तो हो जाइए सावधान ।
आपको भी बैंक कभी भी भेज सकता है लाखों के नोटिस।
चौंकिए मत जी हां ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के जिला संतकबीर नगर से आया है, जहां मात्र 6000 की मजदूरी करने वाले एक मासूम लड़के के घर बैंक वालों ने भेजा लाखों रुपए का नोटिस।
आइए बताते हैं आपको यह पूरी घटना।
संतकबीर नगर जिले का रहने वाला लड़का जो बरदहिया बाजार में महीने की 6000 रूपए प्रति महीने की तन्खवाह पाने वाले मजदूर के बैंक खाते में साढ़े चार महीने में 82 लाख 52000 रुपये का लेन-देन हुआ है।
लाखों के ट्रांजेक्शन होने के बाद जब बैंक को इस बारे में पता चला तो बैंकिंग सिस्टम ने खुद मामले को पकड़ा और खाता धारक का पता करना शुरू किया।

जब बैंक के द्वारा लाखों रुपए की नोटिस पीड़ित के घर भेजा गया, तब कहीं जाकर पीड़ित को इस मामले की पूरी जानकारी हुई।
मामले की जानकारी होने पर पीड़ित कृष्णा और घरवालों के होश उड़ गए। पीड़ित युवक ने दोस्ती में धोखाधड़ी के शिकार होने की जानकारी दी।
पीड़ित ने खलीलाबाद सदर कोतवाली और साइबर थाने जाकर पूरे मामले में पुलिस को लिखित जानकारी दी वहीं पूरे मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है , जो तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी ।
साइबर थाने के माध्यम से जांच पड़ताल की जा रही हैं !
वही पीड़ित कृष्णा गुप्ता ने मीडिया से बताया कि हमारे साथ पढ़ने वाले दो दोस्तों ने ऑनलाइन पैसा कमाने के लिए मुझसे कहा था कि एक बैंक अकाउंट खुलवा लो और एक नया सिम ले लो, जिसके लिए उन्होंने मुझे ₹4000 दिए । बैंक अकाउंट भी खुल गया और सिम भी ले लिए, बोले कि एक हफ्ते में सिम लौटा देंगे कुछ ऑनलाइन गेमिंग कर कमाएंगे, तो तुम्हें भी देंगे । लेकिन जब 15 दिन बीत गए तो कृष्णा को लगा कि यह गलत हो रहा है और उसने खाता बंद करवा दिया, जैसे खाता बंद हुआ तो दोनों दोस्तों ने दबाव बनाकर खाता फिर से चालू करवा दिया और कहा कि बस एक हफ्ते में हम पैसा हटा लेंगे, खाता तुम बंद कर लेना ।
जनवरी 2025 में कृष्णा गुप्ता के नाम से कोतवाली खलीलाबाद अंतर्गत बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के खलीलाबाद ब्रांच मे एक खाता खोला गया था , लेकिन बीते 6 महीने के भीतर 82 लाख से ऊपर का ट्रांजैक्शन इन लड़कों द्वारा किया गया , भारी मात्रा में ट्रांजेक्शन होने से बैंकिंग सिस्टम ने खुद मामला पकड़ा और बैंक को अलर्ट किया।
खाता सीज होने पर बैंक ने सत्यापन का कार्य शुरू किया, जब बैंक के कर्मचारी कृष्णा गुप्ता के घर पहुंचे तो खाते में भारी मात्रा में लेनदेन को लेकर जानकारी दी तो पता चला कि मेरा खाता मेरे साथ पढ़ने वाले दो दोस्तों ने ले रखा है और वही उनके द्वारा ही संचालन किया जा रहा था, मैंने कई बार सिम कार्ड और खाते को बंद कराने के लिए उनसे बहस भी की है।
पीड़ित 19 वर्षीय कृष्णा पुत्र राजकुमार गुप्ता इंटरमीडिएट तक कि पढ़ाई की है। वह बरद्हिया बाजार में कपड़े की एक दुकान पर काम करते है और प्रति महीने 6 हजार रुपये पगार पाता है।
वहीं पीड़ित के पिता राजकुमार गुप्ता छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं और उससे पूरे परिवार का भरण-पोषण करतें हैं ।बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा खलीलाबाद में कृष्णा गुप्ता का खाता नया खुला था, इनके खाते में जरूरत से ज्यादा धनराशि की लेन-देन हो रहा था। बैंकिंग सिस्टम ईडीडी ने खुद अलर्ट किया। उसके बाद बैंक ने खाता धारक का पता सत्यापन किया।
चाय की दुकान चलाने वाले पीड़ित के पिता राजकुमार गुप्ता ने मीडिया से इस घटनाक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि उनके दोस्तों ने उसे जाल में फंसाया है । उसका बैंक ऑफ महाराष्ट्र में खाता खुलवाया और उसका एटीएम, पासबुक एवं इससे जुड़ा सिमकार्ड दोस्त ने ले लिया ।
वही इस पूरे घटनाक्रम के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार सिंह से जब पूछा गया तो साइबर सेल से पूरी घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए उन्होंने बताया कि पूरा मामला हमारी जानकारी में है और लिखित सूचना प्राप्त हो गई है , कार्रवाई की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।
