चकबंदी में अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणों का तहसील पर प्रदर्शन
चकबंदी में अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणों का तहसील पर प्रदर्शन
संतकबीर नगर-धनघटा तहसील के हैंसर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डेबरी में द्वितीय चक्र की चकबंदी प्रक्रिया में घोर अनियमितता बरते जाने के खिलाफ सोमवार को किसानों ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। आक्रोशित किसानों का आरोप है कि चकबंदी लेखपाल व सीओ की धनउगाही के चलते चक वितरण में पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। गरीब काश्तकारों के पैतृक भूखंडों को ताल व पोखरे की जमीनों में दिया जा रहा है जब कि रसूखदार काश्तकारों की कम महत्त्व वाली भूमि को गरीब काश्तकारों की पूर्व में स्थित पैतृक भूमि दे दी जारही है। चकबंदी प्रक्रिया में व्याप्त अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणों के विरोध को संज्ञान में लेते हुए डीएम आलोक कुमार ने चकबंदी लेखपाल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। डीएम ने इसकी जांच एसीओ को सौंप कर आख्या रिपोर्ट भी मांगी थी। इस बीच कार्रवाई न होने से आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को धनघटा तहसील पर पहुंचकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। प्रदर्शन में शामिल ग्रामीण दिलीप, सुनील, मुन्नीलाल, अमित, रामकिशुन, अर्चना, मनभावती, इन्द्रावती, अशक, अंकिता, श्यामा, जामवंत, रामजी, जोगारी, इनरमन,
विमलौता, गोपाल कृष्णा, राममिलन आदि सौ से अधिक लोगो ने चकबंदी प्रक्रिया में भारी अनियमितता का शिकार बने गरीब, असहाय काश्तकारों के साथ न्याय किया जाय। चकबंदी के दौरान भूखंडों के आवंटन में जारी अनियमितता को अविलंब ठीक किया जाय।
विरोध प्रदर्शन के बाद हरकत में आया प्रशासन
चकबंदी प्रक्रिया में धांधली को लेकर तहसील मुख्यालय पर ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन हरक में आ गया। जिला चकबंदी अधिकारी डेबरी गांव पहुंचकर पीड़ित काश्तकारों से एक एक कर बयान लिया। इस बीच चकबंदी लेखपाल द्वारा की गई धनउगाही पर किसानों से बयान लिए गए। गलत तरीके से किये गए भूखंडों का स्थलीय सत्यापन भी किया गया। काश्तकारों ने कहा कि ऐसी चकबंदी प्रक्रिया जिसमे भूखंडों को मनमाने ढंग से आवंटित किए जाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नही कर रहा है। सिर्फ चकबंदी लेखपाल को हटा देने मात्र से किसानों की पीड़ा खत्म नही होगी। किसानों ने कहा कि जब तक भूखंडों के आवंटन में हुई गलतियों को सुधारा नही गया तब तक गरीब किसानों की पीड़ा खत्म नही होगी।
इस संबन्ध में जिला चकबंदी अधिकारी अजीत प्रकाश दीक्षित ने बताया कि आरोपो की जांच की जारही है। जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है।
