बहराइच विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 अन्तर्गत 135 ग्रामों में आयोजित होंगी गोष्ठियां

बहराइच विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 अन्तर्गत 135 ग्रामों में आयोजित होंगी गोष्ठियां
सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद
आज का भारत लाइव
बहराइच 02 जून। प्रदेश में खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों से सम्बन्धित आधुनिक कृषि तकनीकों एवं जलवायु परिवर्तन प्रभावरोधी कृषि पद्धतियों की जानकारी कृषकों को प्रदान करने हेतु शासन के निर्देश पर 29 मई 2025 से 12 जून 2025 के मध्य संचालित होने वाले विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 को जनपद में सफलतापूर्वक संचालित किये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी नोडल तथा उप निदेशक कृषि को सह नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अभियान अन्तर्गत 03 टीमों द्वारा प्रतिदिन 09 निर्धारित ग्रामों में अलग-अलग समय पर प्रातः प्रातः 08ः00 बजे 11ः00 बजे तक, अपरान्ह 1ः30 बजे से 2ः30 बजे तक तथा अपरान्ह 3ः00 बजे सांय 6ः00 बजे तक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस प्रकार जनपद में 135 ग्रामों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।
आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के संस्थानों, केवीके, कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकगण तथा प्रदेश सरकार के कृषि, इफको, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य सहकारिता, रेशम, सिंचाई/नलकूप एवं लीड बैंक मैनेजर/सीडीएम नाबार्ड संस्थाओं के अधिकारी/कर्मचारी प्रशिक्षक की भूमिका में उपस्थित होकर शासन की किसानोन्मुखी योजनाओं, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के सम्बन्ध में किसानों को जागरुक करेंगे साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, इन्टीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, कृषि ड्रोन प्रौद्यौगिकी का प्रदर्शन किसानों के बीच उन्नत उत्पादन प्रौद्यौगिकियों जैसे-बीज उपचार, जैव उर्वरकों का प्रयोग, उन्नत बुवाई पद्धतियां, प्राकृतिक खेती की जागरुकता के लिये जानकारी उपलब्ध करायेंगे जिसमें इस प्रणाली से होने वाले लाभ एवं शासन की नीतियों के बारे में कृषकों जागरूक हो सकें। कार्यक्रम में कृषकों को आई.एन.एम., आई.पी.एम., संसाधन संरक्षण प्रौद्यौगिकी, उन्नत सिंचाई पद्धतियां, कृषि निवेश व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में किसानों को जागरुक किया जायेगा। इसके अतिरिक्त किसानों को फार्मर रजिस्ट्री तैयार कराने के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान कर अवशेष किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करायी जायेगी।
डीएम मोनिका रानी ने कृषि अधिकारियों, कृषि वैज्ञानिकों, कृषि एवं एलाइड विभाग के अधिकारियों अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कार्यक्रम में स्वयं तथा न्यायपंचायत/ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों की प्रतिभागिता सुनिश्चित करायें। ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि, कृषि विभाग के प्राविधिक सहायक, बीटीएम, एटीएम, उद्यान विभाग के उद्यान निरीक्षक, पशुधन प्रसार अधिकारी, अन्य सहवर्ती विभाग के स्थानीय कार्मिक एवं कामन सर्विस सेन्टर के प्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाय।