भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के सम्मान में बिजली कर्मियों ने निकाली तिरंगा रैली

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भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के सम्मान में बिजली कर्मियों ने निकाली तिरंगा रैली !
शक्तिभवन पर क्रमिक अनशन छठे दिन जारी अडानी पॉवर से सबसे मंहगी बिजली मिलेगी।
प्रदेश को निजीकरण के बाद बिजली दरें बढ़ाने की तैयारी।
संत कबीर नगर-
आज दिनांक 07 मई 2025 को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर आज राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के सम्मान में बिजली कर्मियों ने तिरंगा रैली निकाली। निजीकरण के विरोध में शक्तिभवन पर चल रहा क्रमिक अनशन आज छठे दिन जारी रहा। संघर्ष समिति ने अवैध ढंग से नियुक्त किये गये ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रान्ट थॉर्टन की नियुक्ति निरस्त करने और निजीकरण की प्रक्रिया वापस लेने की मांग की है ।
आज लखनऊ में शक्तिभवन पर चल रहे क्रमिक अनशन स्थल से बिजली कर्मचारियों और अभियन्ताओं ने तिरंगा रैली निकाली। सैकड़ों बिजली कर्मी हाथों में राष्ट्रध्वज लिये हुए भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के समर्थन में नारे लगाते हुए जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा तक गये। संघर्ष समिति के आह्वान पर इसी प्रकार सभी जनपदों और परियोजनाओं पर तिरंगा रैली निकाल कर भारतीय सेना के साथ एकजुटता का प्रदर्शन किया गया।
इं0 मुकेश गुप्ता ने बताया कि क्रमिक अनशन के छठे दिन आज शक्तिभवन पर 200 से अधिक बिजली कर्मचारी और अभियन्ता क्रमिक अनशन पर बैठे। आज बरेली, अयोध्या, देवीपाटन, रायबरेली, सीतापुर, लखनऊ क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले जनपदों से बिजली कर्मी अनशन के लिए आये। लखनऊ नगर के बिजली कर्मी भी बड़ी संख्या में अनशन में सम्मिलित हुए। आज उप्र के बिजली कर्मियों के समर्थन में हरियाणा के बिजली कर्मियों का दस्ता भी क्रमिक अनशन में सम्मिलित हुआ। हरियाणा के बिजली कर्मियों का नेतृत्व सुरेश राठी और संजय ढांडी कर रहे थे। संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारी राजेन्द्र घिल्डियाल, सुरेन्द्र सिंह, निखिल नायक, रणवीर सिंह चन्द्रशेखर, दिनेश कुमार सिंह, सुमित सहगल, रजत श्रीवास्तव मुख्यतया सम्मिलित हुए।
संघर्ष समिति के पदाधिकारी इं0 राजेश कुमार ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण हेतु अवैध ढंग से नियुक्त किये गये कंसल्टेंट ग्रान्ट थॉर्टन का झूठा शपथ पत्र और फर्जीवाड़ा पहले ही सामने आ चुका है। अब मिर्जापुर में अडानी पॉवर के साथ 1500 मेगा वाट बिजली खरीद के निर्णय के बाद यह सामने आया है कि अडानी पॉवर का कंसलटेंट ग्रान्ट थॉर्टन है। इससे कॉफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट (हितो के टकराव) का मामला उजागर होकर सामने आ गया है। इससे स्पष्ट है कि निजीकरण के मामले में बड़ा भ्रष्टाचार होने जा रहा है।
संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि मिर्जापुर में लगने वाले अडानी पॉवर थर्मल प्लांट की फिक्स कॉस्ट रू 3.72 प्रति यूनिट है जो प्रदेश में लगे हुए बिजली घरों में सबसे अधिक है। इस पॉवर हाउस से 4 साल बाद प्रदेश को बिजली मिलेगी। उस समय वैरियबल कॉस्ट भी बढ़ चुकी होगी। इस प्रकार अडानी पॉवर के इस थर्मल प्लांट से प्रदेश को सबसे मंहगी बिजली मिलने जा रही है। यदि पूर्वांचल का निजीकरण होता है तो पूर्वांचल की गरीब जनता पर इस मंहगी बिजली का भार सीधे-सीधे आयेगा और बिजली की दरों में भारी वृद्धि होगी।
आज सन्तकबीर नगर में निजिकरण के विरोध सभा में धीरेंद्र यादव, सुनील प्रजापति, नारायण चन्द्र चौरसिया, संजय यादव, आशीष कुमार,दिलीप सिंह, राघवेन्द्र, रामअचल यादव, पुष्पेन्द्र भारती, भाष्कर पाण्डेय, दिनेश चन्द्र, विवेक पासवान, मनोज कुमार, विजय कुमार, हरीश चन्द्र, उमेश चन्द, लालचंद यादव, अभिषेक मणि त्रिपाठी, प्रदुम्न कुमार, योगेन्द्र चौहान, श्रवण कुमार प्रजापति, दिलिप मौर्या, चन्द्रभूषण, धनन्जय सिंह, अभय सिंह, इं0 के0एल0 यादव, इं0 लक्ष्मण मिश्रा, इं0 मनोज कुमार, इं0 राजेश कुमार, एवं जनपद के समस्त संविदा कर्मी आदि सहित लोग सम्मिलित रहे ।