डाट से आहत होकर बेटे ने फंदे से लटक कर दी जान

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डाट से आहत होकर बेटे ने फंदे से लटक कर दी जान !
बेटे की मौत के बाद मां और बहन ने भी खाया जहरीला पदार्थ दोनों की हुई मौत !
गोरखपुर- सहजनवा ! हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के कुचडेहरी गांव में हृदय विदारक घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है ।मां की डांट से आहत होकर लगभग 18 वर्षीय युवक मोहित कन्नौजिया ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली ।बेटे को फंदे से लटकता देख मां कौशल्या देवी और 14 वर्षीय बहन सुप्रिया ने भी जहरीला पदार्थ खा लिया ।बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर चिकित्सकों ने बहन को मृत्यु घोषित कर दिया, जबकि मां की हालत नाजुक बनी हुई थी। उधर मोहित का शव फंदे से नीचे उतरवाने के बाद पुलिस पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।मोहित के पिता अंगद कनौजिया की 10 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। इसके बाद मोहित मुंबई में चाचा और बड़े पिता के साथ रहकर काम करने लगा था ।एक सप्ताह पूर्व वह गांव आया था ।बुधवार को मां और बहन के साथ हरपुर चौराहे पर दवा लेने जा रहा था ।रास्ते में किसी बात को लेकर माँ से कहा सुनी हो गई ।जिस पर मां ने उसे डांट दिया ।इससे आहत होकर मोहित घर लौट गया और मां को फोन कर आत्महत्या करने की चेतावनी दी। मां और बहन के घर पहुंचने पर दरवाजा अंदर से बंद मिला ,शोर सुनकर अगल-बगल के लोग दरवाजा तोड़कर देखा तो मोहित फंदे से लटक चुका था ।बेटे की मौत देख मां कौशल्या ने जहरीला पदार्थ खा लिया ,यह देख सुप्रिया ने भी वही कदम उठा लिया, दोनों की हालत गंभीर होता देख पड़ोसियों ने तत्काल पुलिस और ग्राम प्रधान को इसकी सूचना दी पुलिस ने मां बेटी को जिला अस्पताल भिजवाया जहां से उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया जहाँ मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टर ने सुप्रिया को मृत घोषित कर दिया जबकि कौशल्या की हालत गंभीर बनी हुई थी कुछ समय बाद डॉक्टर मृत्यु घोषित कर दिया एक छोटे से घर में सन्नाटा पसरा है जो किसी तूफान के गुजरने के बाद आता है ।पति की मौत के बाद एक मां ने अपने इकलौते बेटे को लेकर जीने की वजह ढूंढ ली थी ।बेटे ने भी कम उम्र में जिम्मेदारियां का बोझ उठाते हुए मुंबई जाकर कमाने लगा था ,हर महीने पैसे भेज कर घर का खर्च संभालता बहन से कहा था कि वह उसकी शादी धूमधाम से करेगा लेकिन बुधवार को एक ऐसा तूफान ला दिया जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। बेटे ने खुद को कमरे में बंद कर फंदे से झूल गया जब माँ और बहन ने देखा तो मां और बहन का दिल इस मंजर को सह न सका और दोनों जहरीला पदार्थ खा लिया अस्पताल पहुंचते पहुंचते बेटी की मौत हो गई।माँ मौत और जिंदगी से झूल रही थी । हरीलाल के तीन बेटे थे गंगासागर ,अंगद कनौजिया और रवि कनौजिया गंगासागर और रवि परिवार के साथ मुंबई में रहकर काम करते थे अंगद परिवार के साथ गांव पर रहते हुए मां और पिता की देखभाल करता था लेकिन नशे की लत से अंगद की मौत 10 वर्ष पहले हो गई ,इसके बाद उसकी पत्नी कौशल्या देवी 18 वर्षीय बेटा मोहित और बेटी सुप्रिया घर रहने लगे गांव पर पूरा परिवार अभी एक साथ रहता था पिता की मौत के बाद बेटा मोहित भी बड़े पिता और चाचा के साथ मुंबई चला गया गांव पर मां बेटी अपने साथ ससुर की देखभाल करने लगे ।3 महीने पहले कौशल्या की सास की मौत होने पर मुंबई से पूरा परिवार आया था काम होने के बाद वापस गया ,तो बेटा मोहित भी चला गया, एक सप्ताह पहले किसी काम से वह घर आया और बुधवार को मां की डाट के बाद इस तरह का कदम उठाया कि पूरा परिवार कुछ ही पलों में समाप्ति की कगार पर पहुंच गया। हालांकि मां का उपचार बीआरडी कॉलेज में चल रहा था उसकी भी रात में मौत हो गई ।घटना की सूचना मिलने पर गंगासागर और रवि परिवार समेत मुंबई से घर के लिए रवाना हो गए हैं इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। ।