डीएम मोनिका रानी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जल संरक्षण समिति की बैठक

*_डीएम मोनिका रानी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जल संरक्षण समिति की बैठक_*
*_जल का संरक्षण सबकी जिम्मेदारी: डीएम_*
*_ब्यूरो रिपोर्ट दिलशाद अहमद_*
*_आज का भारत लाइव_*
बहराइच 30 जनवरी। बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला जल संरक्षण समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि मानव जीवन के लिए हम सभी को जल संरक्षण का संकल्प लेना होगा। डीएम ने कहा कि पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए जन सामान्य की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सभी सम्बन्धित विभाग प्रयास करें तथा इस कार्य में गैर-सरकारी संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों का भी सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाय।
सरकारी एवं व्यावसायिक भवनों में वाटर रिचार्ज अवसंरचनाओं की स्थापना की समीक्षा करते हुए डीएम ने कहा कि सतही एवं भूमिगत जल के संरक्षण के लिए आवश्यक है कि सभी भवनों में वाटर रिचार्जिंग व्यवस्था के प्रबन्ध अवश्य किये जायें। डीएम ने कहा कि वाटर रिचार्जिंग से भूगर्भीय जल के स्तर में गिरावट को रोका जा सकता है। डीएम ने कहा कि भूमि के कटान के कारण भी जल स्रोतो एवं नदियों में सिल्ट जमा होने से वाटर रिचार्जिंग में बाधा उत्पन्न होती है। डीएम ने सुझाव दिया कि नदियों के दोनों किनारों, पोखरों एवं तालाबों के चारों ओर बांस के प्लान्टेशन से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बैम्बू प्लान्टेशन को प्राथमिकता देने के साथ-साथ जल स्रोतों में तालाबों को अवैध कब्ज़ों से मुक्त कराया जाय।
जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद बहराइच में इम्पलीमेन्टेशन सपोर्ट एजेन्सी (आई.एस.ए.) द्वारा कराये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम की जानकारी देते हुए अधि.अभि. जल निगम कमला शंकर ने बताया कि शुद्ध पेयजल के उपयोग एवं उसके भविष्य के लिए संरक्षित करनें के उद्देश्य से समस्त ग्राम पंचायतो में सामुदायिक बैठक कर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। श्री शंकर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर को आई.ई.सी. बुकलेट भी उपलब्ध करायी जा रही है।
अधि.अभि. जल निगम ने बताया कि जिले के प्रत्येक राजस्व ग्राम में 05-05 महिलाओं की टीम बनाकर उनको जल जाँच की फील्ड टेस्ट किट उपलब्ध करायी गयी है जिसके माध्यम से उनके द्वारा ग्रामों में उपयोग किये जानें वाले जल का परीक्षण कर उसकी रिपोर्ट भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल 75562 नग टेस्ट किये गये हैं। जबकि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक कुल 68251 नग टेस्ट कर पोर्टल पर अपलोड किया गया है। इसी प्रकार जनपद स्तरीय प्रयोगशाला में 2023-24 में 7013 नग टेस्ट एवं 2024-25 में अब तक 11123 नग टेस्टिंग की जा चुकी है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी, बहराइच, एसडीएम सदर पूजा चौधरी, ईओ प्रमिता सिंह, सीवीओ डॉ राजेश उपाध्याय व अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।